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तीन और स्थानों पर मोड़ी जाएगी राप्ती की धारा

बाढ़ से स्थायी निदान के लिए जिले में तीन और स्थानों पर राप्ती की धारा मोड़ने की तैयारी हैं। 14.17 करोड़ रुपये की इस परियोजना से जहां राप्ती नदी के बरही पाथ, गाहासाड़-कोलिया और बढ़या-कोठा बांध की...

तीन और स्थानों पर मोड़ी जाएगी राप्ती की धारा
मुख्य संवाददाता,गोरखपुर Sun, 21 Apr 2019 05:00 PM
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बाढ़ से स्थायी निदान के लिए जिले में तीन और स्थानों पर राप्ती की धारा मोड़ने की तैयारी हैं। 14.17 करोड़ रुपये की इस परियोजना से जहां राप्ती नदी के बरही पाथ, गाहासाड़-कोलिया और बढ़या-कोठा बांध की सुरक्षा होगी वहीं हजारों की आबादी भी सुरक्षित हो जाएगी। जल्द ही इन प्रस्तावों पर मुहर लगने की उम्मीद है। ग्राम बरसाइत और लहसड़ी रिंग बांध व ग्राम डूहिया के पास राप्ती की धारा मोड़ने की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है।

पहल
बरही पाथ, गाहासाड़-कोलिया और बढ़या-कोठा बांध की होगी सुरक्षा
14.17 करोड़ से बनाए गए हैं तीन प्रस्ताव, हजारों की आबादी होगी सुरक्षित

राप्ती नदी के बरही पाथ तटबंध के 6.50 किलोमीटर पर ग्राम सिगरौना के निकट जहां गोर्रा नदी का उद्गम स्थल है वहां ड्रेजिंग द्वारा नदी के चैनेलाइजेशन का कार्य किया जाएगा। इस पर 435.58 लाख रुपये खर्च होंगे। इसी तरह राप्ती नदी के बाएं तट पर स्थित गाहासाड़-कोलिया तटबंध के किलोमीटर 6 पर ग्राम उत्तरासोत के निकट ड्रेजिंग कार्य किया जाएगा जिस पर 65.61 लाख रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा बढ़या-कोठा बांध के किलोमीटर 13 पर स्थित ग्राम मीरपुर एवं दाहिने तट पर स्थित सहजनवा डुमरिया बाबू तटबंध के किलोमीटर 8 ग्राम सुरगहना के निकट ड्रेजिंग द्वारा नदी में चैनलाइजेशन का कार्य किया जाएगा। 

‘‘नदियां अपना रास्ता बदलती रहती हैं। एक वैज्ञानिक एवं तकनीकी सर्वेक्षण के जरिए उन्हें उनके मूल स्थान पर ड्रेजिंग के माध्यम से लाया जा सकता है। इससे बांधों पर दबाव कम होता है। बाढ़ के समय बांध नहीं टूटते हैं जिससे जन-धन की हानि कम होती है। इसमें पर्यावरण की किसी तरह की क्षति नहीं है।’’

टीएन सिंह, अधिशासी अभियंता, बैराज यांत्रिक अनुरक्षण खंड वाराणसी 
इसके लिए 323.80 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाया गया है। इन प्रस्तावों को संचालन समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। वहां से पुन: परीक्षण के निर्देश मिले हैं। जल्द ही दोबारा ये प्रस्ताव संचालन समिति के समक्ष रखे जाएंगे।

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