भारत के लाल ने एवरेस्ट पर उठाई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की आवाज
भारत अमेरिका व चीन सहित सात देशों के पर्वतारोहियों का नेतृत्व करने वाले नितीश ने माउंट एवरेस्ट पर 5365 मीटर की ऊंचाई से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की आवाज़ उठायी। साहस भारत के लाल ने एवरेस्ट पर...
भारत अमेरिका व चीन सहित सात देशों के पर्वतारोहियों का नेतृत्व करने वाले नितीश ने माउंट एवरेस्ट पर 5365 मीटर की ऊंचाई से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की आवाज़ उठायी।
साहस
भारत के लाल ने एवरेस्ट पर उठाई बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की आवाज
अमेरिका,चीन व ब्राजील सहित सात देशों के पर्वतारोहियों का नेतृत्व कर रहा है नितीश
मात्र 21 वर्ष की आयु में 15 सदस्यीय पर्वतारोहियों का लीडर बना नितीश
प्रदेश के सबसे कम उम्र के पर्वतारोहियों में नितीश सिंह प्रथम हैं। जिसकी उम्र अभी 21 वर्ष है। इतनी कम उम्र में वह 7 देशों के 15 सदस्यीय टीम के लीडर हैं। नेपाल सरकार के संस्कृति पर्यटन तथा उड्डयन मंत्रालय द्वारा टीम ने 19 अप्रैल से काठमांडू से चढ़ाई शुरू की। मंगलवार को नितीश ने 5365 मीटर की चढ़ाई पूरी करने के बाद यहां बेस कैम्प बनाकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया। लगभग 1 माह तक चढ़ाई करने के बाद वह काफी उत्साहित हैं। टीम को 60 दिनों के भीतर 7855 मीटर ऊंची चोटी नप्तसे की चढ़ाई पूरी कर वापस लौटना था। टीम को अभी 2490 मीटर की चढ़ाई करनी है।
नितीश सिंह दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज के बीकॉम सेकंड ईयर के छात्र हैं। उन्होंने इंटर की पढ़ाई राजकीय जुबली इंटर कॉलेज से की है। नितीश को फोटोग्राफी का बहुत शौक है। नितीश को 2018 में लोकनीति से बेस्ट फोटोग्राफी का अवार्ड भी मिला हुआ है। हिमालय की चोटी पर चढ़ने का नीतीश का यह पहला मौका है। इससे पहले वह हिमांचल प्रदेश में पढ़ाई के दौरान ही कई बार पहाड़ियों पर शौक में चढ़ चुके हैं।
चरगांवा के ब्लाक के रामपुर गोपालपुर गांव के रहने वाले नितीश के परिवार में मां के अलावा दो भाई और दो बहने हैं। पिता अमरजीत सिंह कारगील के युद्ध में शहीद हो गए थे। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। बड़े भाई नीरज सिंह मेडिकल कॉलेज के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी गोरखपुर यूनिट में लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है। छोटी बहन दीनदयाल यूनिवर्सिटी से रक्षा अध्ययन से एमए अन्तिम वर्ष की छात्रा है। जो नेशनल लेवल की खिलाड़ी भी हैं। छोटा भाई 11वीं कक्षा में है।