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सीमेंट के करीब पहुंचा मोरंग बालू का दाम

गिट्टी, मिट्टी, बालू से लेकर बिल्डिंग मटेरियल के दाम में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी से विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मोरंग के दाम तो सीमेंट के काफी करीब पहुंच गए हैं। बिल्डिंग मटेरियल की महंगाई से...

 सीमेंट के करीब पहुंचा मोरंग बालू का दाम
अजय श्रीवास्तव,गोरखपुरMon, 09 Oct 2017 07:52 AM
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गिट्टी, मिट्टी, बालू से लेकर बिल्डिंग मटेरियल के दाम में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी से विकास कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मोरंग के दाम तो सीमेंट के काफी करीब पहुंच गए हैं। बिल्डिंग मटेरियल की महंगाई से घर बनाने वाले तो परेशान हैं ही, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और जीडीए के विकास कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। 

दिक्क्त
सीमेंट 300 से 350 रुपये बोरी तो मोरंग की कीमत 225 रुपये प्रति बोरी तक पहुंची
गिट्टी, मिट्टी और बालू की बढ़ी कीमतों से ठप हो गए विकास कार्य
पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और जीडीए में कार्य की सुस्त पड़ी रफ्तार

प्रदेश सरकार द्वारा अवैध खनन से लेकर ओवरलोडिंग पर अंकुश का असर बिल्डिंग मटेरियल पर पड़ा है। मोरंग के दाम में तो छह महीने में दोगुने से अधिक की बढ़ोतरी हो गई है। सीमेंट के दाम 300 से 350 रुपये तक है तो मोरंग 225 रुपये प्रति बोरी तक पहुंच गया है। मिट्टी तो पांच गुना महंगा हो गया है। भवन निर्माण का ठेका लेने वाले ऋत्विक श्रीवास्तव का कहना है कि छह महीने में बिल्डिंग मटेरियल के दाम में बढ़ोतरी से भवन निर्माण की लागत 20 फीसदी तक बढ़ गई है। 

सरकारी विभागों के कार्य प्रभावित
गिट्टी, मोरंग, सीमेंट, सरिया के दाम में बढ़ोतरी के चलते जीडीए, पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के ठेकेदार तो मटेरियल का रेट रिवाइज करने की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार कर रखा है। एल्मुनियम फैक्ट्री के पास मकान बनवा रहे मुकेश पाण्डेय ने बताया कि बीच में मकान निर्माण को रोकना संभव नहीं है। आदर्श पूर्वांचल ठेकेदार समिति के अध्यक्ष शरद कुमार सिंह का कहना है कि विभागीय दर और बाजार दर में अभी भी काफी अंतर बना हुआ है। ट्रकों में अब 1000 वर्ग फीट के बजाए 300 फीट की ही ढुलाई हो रही है। जिससे भाड़ा बढ़ गया है।

मोरंग की आवक कम होने से बढ़ी महंगाई
मोरंग यूपी के राबर्टगंज, बांदा, हमीरपुर तो बिहार के छपरा, डोरीगंज, हाजीपुर, शेरघाटी आदि स्थानों से आता है। दोनों राज्यों के कड़े रूख के चलते बालू और गिट्टी खनन प्रभावित है। ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएस शुक्ला का कहना है कि बालू लाने के लिए बड़ी गाड़ियां लगाई जाती हैं। खनन ठप होने से गाड़ियां खड़ी हो गई हैं। 

गायब हो गई मजदूर मंडियों की रौनक
शहर के मजदूर मंडियों पर भी बिल्डिंग मटेरियल के बढ़े दामों का असर दिख रहा है। आजाद नगर, मोहद्दीपुर, पादरी बाजार, मेडिकल रोड और बिछिया मंडी में 20 से 25 फीसदी तक मजदूरों की संख्या में कमी देखी जा रही। तारामंडल इलाके में जीडीए की योजनाओं में बिहार के मजदूरों की बहुतायत होती है। इनमें से 30 फीसदी तक मजदूर घरों को वापस लौट चुके हैं।

ऐसे बढ़ा रेट
सामान             मार्च में दर                    अक्तूबर में दर
गिट्टी             70 रुपये वर्ग फीट            80 रुपये वर्ग फीट
सीमेंट             320 रुपये प्रति बोरी         350 रुपये प्रति बोरी
मोरंग              60 रुपये वर्ग फीट           135 रुपये वर्ग फीट
सरिया             3400 रुपये प्रति कुंतल      3925 रुपये प्रति कुंतल
लोकल/सफेद बालू      20 रुपये वर्ग फीट           70 रुपये प्रति वर्ग फीट
मिट्टी(एक ट्राली)      600 रुपये                 2100 रुपये 

गिट्टी, मोरंग के दाम में दोगुने से अधिक बढ़ोत्तरी से आक्रोश
यूपी ट्रक संचालक एसोसिएशन ने कीमतों की बढ़ोत्तरी को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
यूपी ट्रक संचालक एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने खनन और ओवरलोडिंग पर अंकुश के चलते गिट्टी, मोरंग, सफेद बालू की बढ़ी कीमतों को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव खनन से प्रभावी कार्रवाई करने की मांग की है।
एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री रवीन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश सरकार की नीतियों के चलते गिट्टी, मोरंग, सफेद बालू के दाम में बेतहाशा बढ़ोत्तरी को लेकर चिंता जताई गई। श्री सिंह ने कहा कि छह महीने में गिट्टी, मोरंग और सफेद बालू का दाम दो गुना से अधिक बढ़ चुका है। मार्च तक डाला में 30 रुपये वर्ग फीट की दर से बालू मिल रहा था, जो फिलहाल 56 रुपये वर्ग फीट तक पहुंच गया है। मोरंग बालू सोनभद्र में 15 रुपये वर्ग फीट मिल रहा था, वह वर्तमान में 70 रुपये वर्ग फीट पहुंच गया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि खनन वाले जिलों में ठेकेदारों का सिण्डीकेट काम कर रहा है। जिसके चलते प्रदेश सरकार की मंशा पर काम नहीं हो रहा है। बैठक में सरंक्षक वीके सिंह, विनोद सिंह, रमेश यादव, अशोक कुमार यादव, देवेन्द्र प्रताप सिंह, दीपक जायसवाल, कुलदीप नारायण सिंह, अमित सिंह आदि मौजूद रहे।

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