ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरसोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में दुर्लभ फिशिंग कैट की रहस्यमय मौत

सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में दुर्लभ फिशिंग कैट की रहस्यमय मौत

सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के लक्ष्मीपुर रेंज में शेड्यूल वन की दुर्लभ वन्य जीव फिशिंग कैट की बुधवार को रहस्यमय मौत हुई है। सूचना पर वन विभाग सकते में आ गया। शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज जांच...

सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग में दुर्लभ फिशिंग कैट की रहस्यमय मौत
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,महराजगंजTue, 30 Jan 2018 02:24 PM
ऐप पर पढ़ें

सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के लक्ष्मीपुर रेंज में शेड्यूल वन की दुर्लभ वन्य जीव फिशिंग कैट की बुधवार को रहस्यमय मौत हुई है। सूचना पर वन विभाग सकते में आ गया। शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज जांच शुरू कर दी गई है। अभी तक मौत की वजह का पता नहीं चल सका है। 

फिशिंग कैट दुर्लभ वन्य जीवों की श्रेणी शेड्यूल वन में शामिल है। इस श्रेणी में बाघ, तेंदुआ, मगरमच्छ, घड़ियाल, डाल्फिन, लेपर्ड, साफ्टटेल टलटल (दुर्लभ कछुआ), मोर, ग्रेट हार्नविल(धनेश पक्षी) जैसे जीव शामिल हैं। इनके शिकार पर सात साल की सजा का प्रावधान है। डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि फिशिंग कैट लक्ष्मीपुर रेंज के केवलापुर बीट में मृत मिली। शेड्यूल वन की प्राणी होने के कारण मामला गंभीर है। उसकी मौत के कारण का पता लगाया जा रहा है। 

बीस पंजे वाले कछुआ के साथ तीन गिरफ्तार 
चौक रेंज के जंगल में मछली के अवैध शिकारमाही के दौरान वन विभाग ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उनके पास से दो दुर्लभ कछुआ भी बरामद हुए, जिनके बीस-बीस पंजे हैं। डीएफओ मनीष सिंह के मुताबिक बरामद कछुए शेड्यूल वन के प्राणी हैं। अमूमन 18 पंजे वाले कछुए अधिक मिलते हैं। 20 पंजे वाले कछुए दुर्लभ हैं। ऐसे में आरोपितों के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम की धारा 9, 51 के तहत कार्रवाई की गई है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें