ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरलॉकडाउन में बदल गया अपार्टमेंट की जिंदगी का तानाबाना

लॉकडाउन में बदल गया अपार्टमेंट की जिंदगी का तानाबाना

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

लॉकडाउन में बदल गया अपार्टमेंट की जिंदगी का तानाबाना
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSat, 28 Mar 2020 02:03 AM
ऐप पर पढ़ें

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

लॉकडाउन ने शहर के प्रमुख अपार्टमेंट की जिंदगी को ही बदल दिया है। कहीं पड़ोस के दरवाजे की कॉलबेल बजते ही खौफ दिखने लग जा रहा है तो कहीं सोसायटी के लोग निर्वासितों को भोजन की व्यवस्था करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। चिकित्सक, बिजनेस मैन लंबे समय बाद बच्चों के साथ लूडो, कैरम खेल रहे हैं। इन सबके बीच प्राथमिक चिंता कोरोना से बचाव और सुरक्षा ही नजर आ रही है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने प्रमुख अपार्टमेंट का जायजा लिया।

श्रीजी अपार्टमेंट, गोरखनाथ

निर्वासितों को भोजन कराने की चिंता

गोरखनाथ क्षेत्र के इस अपार्टमेंट में 45 परिवार रहते हैं। कमोबेश सभी बिजनेसमैन ही हैं। लंबे समय बाद लोग एक दूसरे से रूबरू हो रहे हैं। बैटरी और सोलर लाइट का कारोबार करने वाले दीपक जायसवाल बताते हैं कि पिछले चार साल में बर्थडे या कोई कार्यक्रम होता था, तभी एक दूसरे से बातचीत होती थी। पिछले तीन दिनों से सभी एक-दूसरे से परिचित हो रहे हैं। शाम को डॉक्टरों द्वारा निर्धारित दूरी बनाकर एक-दूसरे का सुख-दुख बांटते हैं। व्यापारी दीपक जायसवाल, राजकिशोर गुप्ता और संजय जायसवाल निर्वासित लोगों को भोजन मुहैया कराने का कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं। शुक्रवार को पूरी बिल्डिंग को नगर निगम द्वारा सैनेटाइज कराया गया। शाम को बच्चे क्रिकेट खेलते हुए नजर आए। इस दौरान अभिभावक बच्चों को दूरी बनाए रखने की सलाह देते नजर आए। अपार्टमेंट में रहने वाले रजत गुप्ता, अर्पित मिश्रा, शिव श्रीवास्तव आदि यह देख रहे हैं कि कोई बाहरी अंदर प्रवेश न कर सके।

अंबेश्वरी पैराडाइज, बेतियाहाता

गेट पर ही दूध और अखबार

शहर में बड़े अपार्टमेंट में शुमार अंबेश्वरी पैराडइज की जिंदगी भी पूरी तरह बदली-बदली नजर आ रही है। दूध के साथ अखबार लेने लोग गेट तक खुद आ रहे हैँ। सभी की एंट्री प्रतिबंधित है। अपार्टमेंट में डॉ. कार राय, डॉ. के राय, डॉ. प्रीति मल्ल आदि चिकित्सक रहते हैं। सोसायटी के लोगों ने एक वाट्सएप ग्रुप बना रखा है। सुबह-सुबह सभी इसपर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दे देते हैं। किसी बुजुर्ग और बच्चे की तबीयत खराब है तो उचित सलाह दी जाती है। चिकित्सक डॉ. विनय राय की बेटी चारवी चौथी क्लास में पढ़ती है। चारवी कहती हैं कि याद ही नहीं पापा कब मेरे साथ खेले थे। अब दोस्तों के साथ पापा भी कैरम और लूडो खेल रहे हैं। डॉ. विनय कहते हैं कि इमरजेंसी में ही अस्पताल जाना होता है। अपने प्रिय हीरो अमिताभ बच्चन की पुरानी फिल्मों को दोबारा देख रहा हूं।

कादम्बिनी हाइट, देवरिया बाईपास

अपार्टमेंट के लोगों ने नहीं मिलने का लिया है व्रत

देवरिया बाईपास पर कादम्बिनी हाईट अपार्टमेंट में बिजनेसमैन से लेकर चिकित्सक तक रहते हैं। यहां की जिंदगी पूरी तरह बदली हुई है। लोग सुबह-शाम सार्वजनिक स्थानों को सैनेटाइज करा रहे हैं। इसके बाद भी खौफ का आलम यह है कि लोग पड़ोसी के फ्लैट की घंटी बजाने से बच रहे हैं। यहां लिफ्ट में टूथ पिक लगा दिया गया है। सार्वजनिक जिम, पार्क से लेकर कॉमन हॉल में सन्नाटा है। अपार्टमेंट में रहने वाले चिकित्सक डॉ. दिलीप वर्मा और डॉ. सीमा वाट्सएप ग्रुप पर ही बुजुर्ग सदस्य वाले परिवारों को सलाह दे रहे हैं। डॉ. दिलीप कहते हैं कि यह समय संयम और संतोष का है। सभी यह जानते हैं कि एकमात्र बचाव का रास्ता सोशल डिस्टेंस कायम रखना है। फिर भी लापरवाही कर रहे हैं। सभी की सहमति से हम इसे अपार्टमेंट में कड़ाई लागू कर रहे हैं। संकट का समय गुजरने के बाद फिर मस्ती करना ही है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें