कृषि संकायाध्यक्ष की कमान फिर कॉलेजों के आचार्यों को मिलेगी
गोरखपुर, निज संवाददाता। गोरखपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध बीआरडी पीजी कॉलेज के कृषि विभाग के...
गोरखपुर, निज संवाददाता।
गोरखपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध बीआरडी पीजी कॉलेज के कृषि विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो. महेन्द्र विक्रम शाही पुन: विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के संकायाध्यक्ष बनाए जाएंगे। इसे लेकर विवि प्रशासन ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है।
डीडीयू से सम्बद्ध सिर्फ दो महाविद्यालयों बीआरडी पीजी कॉलेज, देवरिया और नेशनल पीजी कॉलेज, बड़हलगंज में कृषि विभाग नियमित पाठ्यक्रम के रूप में संचालित होता है। इसलिए इसके संकायाध्यक्ष भी वरीयता क्रम में इन्हीं दोनों कॉलेजों से बनाए जाते हैं। अंतिम बार बीआरडी के प्रो. एमवी शाही संकायाध्यक्ष थे। करीब दो वर्ष पूर्व तत्कालीन कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले ही हटाकर प्रो. अजय सिंह को कृषि का संकायाध्यक्ष बना दिया था।
गुआक्टा के अध्यक्ष प्रो. केडी तिवारी और महामंत्री प्रो. धीरेन्द सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शनिवार को कुलपति प्रो. पूनम टंडन से मिला। उन्होंने पूरे प्रकरण पर कुलपति से दोबारा चर्चा की। कुलपति ने बताया कि कॉलेजों से ही कृषि विभाग का डीन बनाने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। कुलसचिव ने बताया कि जल्द ही इस सम्बंध में आदेश जारी हो जाएगा।
गुआक्टा को बताया गया कि बुद्ध पीजी कॉलेज, कुशीनगर के शिक्षक डॉ. राघवेन्द्र मिश्र को प्रोन्नति के लिए विषय विशेषज्ञ नामित कर दिया गया है। कुलपति ने बताया कि चौरीचौरा के निलंबित प्राचार्य के विषय में जल्द क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी से वार्ता कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।
गुआक्टा ने तीन मांगें तत्काल मांगे जाने और अन्य मांगों को शीघ्र पूर्ण करने के आश्वासन पर कुलपति के प्रति आभार व्यक्त किया है। इस दौरान प्रो. श्रीश मणि त्रिपाठी, प्रो. एसएन शर्मा, चौरीचौरा के प्राचार्य डॉ. मधुप मौजूद रहे।
