मालगाड़ियों की औसत रफ्तार हुई दोगुनी
पिछले साल की तुलना में इस बार मालगाड़ियों की औसत रफ्तार दो गुनी हो गई है। हालांकि इसकी मुख्य वजह ट्रैफिक का कम होना है लेकिन लगातार मॉनिटरिंग, बेवजह के स्टापेज को खत्म करने से भी मालगाड़ियों की रफ्तार...
पिछले साल की तुलना में इस बार मालगाड़ियों की औसत रफ्तार दो गुनी हो गई है। हालांकि इसकी मुख्य वजह ट्रैफिक का कम होना है लेकिन लगातार मॉनिटरिंग, बेवजह के स्टापेज को खत्म करने से भी मालगाड़ियों की रफ्तार बढ़ी है। फिलहाल रेलवे के सामने उस मालगाड़ियों की औसत स्पीड को बरकरार रखना चुनौतीपूर्ण होगा जब रेल यातायात पूरी तरह से बहाल हो जाएगा।
सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जून, 2019 में मालगाड़ियों की औसत रफ्तार 18 से 19 किमी प्रति घंटा थी, जो जून 2020 में 35.5 किमी. प्रति घंटा रही। इसी प्रकार अप्रैल से जून, 2020 में मालगाड़ियों की औसत गति 31.97 किमी. रही जो 2019 की इसी अवधि की तुलना में 83 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के कुछ खण्डों पर मालगाड़ियों की औसत गति लगभग 64 किमी. प्रतिघंटा तक है। मालागाड़ियों की गति में वृद्वि के लिए किए जा रहे प्रयासों में फ्रेट कन्वाय और कोरिडोर की विशेष भूमिका रहीं है। अवकाश के दिनों में सवारी गाड़ियों की परिचालनिक स्थिति को ध्यान में रखकर और कम उपयोगी सवारी गाड़ियों को निरस्त कर मालगाड़ियों के लिये विशेष कोरिडोर बनाया गया जिससे भी औसत रफ्तार बढ़ाने में मदद मिली।
माल लदान को सुगम बनाने के प्रयास
रेलवे ज्यादा व्यस्त रहने वाले मालगोदामों की बजाय ऐसे निकटवर्ती मालगोदाम से लदान को प्रोत्साहित कर रहा है जो कम व्यस्त रहते हैं। निकटवर्ती कम व्यस्त (वैकल्पिक) मालगोदामों से माल लदान करने पर व्यपारियों को 20 रुपये प्रति टन की दर से देय टर्मिनल चार्ज की छूट दी जाएगी।
व्यस्त और उनके वैकल्पिक मालगोदाम
क्रम सं. व्यस्त मालगोदाम वैकल्पिक मालगोदाम
01 बस्ती खलीलाबाद
02 नकहा जंगल आनन्दनगर
03 कुसम्ही सरदारनगर
04 रूद्रपुर सिटी बीसलपुर रोड एवं हल्द्वानी
05 सुभागपुर गोण्डा कचहरी एवं बलरामपुर
06 सीवान मैरवा
07 सीतापुर सिटी खैराबाद अवध