छितौनी-तमकुही रोड नई रेल लाइन के लिए सर्वे को मंजूरी
आम बजट में 10 करोड़ रुपये का हुआ था आवंटन सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद
गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। गोरखपुर-लखनऊ रूट पर चौथी लाइन के लिए सर्वे को मंजूरी के बाद बोर्ड ने छितौनी-तमकुहीरोड नई रेल लाइन के लिए सर्वे पर भी सहमति जता दी है। दरअसल, इसी रूट पर लाइन बिछाने के लिए बोर्ड ने जुलाई में जारी बजट में 10 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया है। अब सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद इस रूट काम शुरू हो जाएगा। वर्ष 2006 में गोरखपुर-नरकटियागंज रेलखंड के पनियहवा रेलवे स्टेशन से छितौनी होते हुए तमकुहीरोड स्टेशन तक रेल लाइन बिछाने का काम शुरू हुआ था। लेकिन वर्ष 2012 में पनियहवा से छितौनी तक रेल लाइन बिछाने के बाद आगे का काम रुक गया। इस बार के बजट में केंद्र सरकार ने इस रेल लाइन के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे बंद पड़ा काम फिर से शुरू होगा।
इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने से गोरखपुर-पनियहवा-छितौनी और तमकुही रोड एक साथ जुड़ जाएंगे। गंडक नदी के किनारे बसे कुशीनगर जिले के खड्डा, पडरौना और तमकुहीराज तहसील के अलावा पड़ोसी प्रांत बिहार के पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज जिले की बड़ी आबादी को इससे फायदा होगा। अभी इस इलाके में आवागमन की सुविधाएं बेहद कम हैं। यहां के लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए पडरौना या बगहा स्टेशन जाना पड़ता है। चूंकि लम्बे समय से काम बंद है, ऐसे में इस रूट पर दोबारा सर्वे कराने का फैसला लिया गया है।
सहजनवा-दोहरीघाट लाइन को 200 करोड़ रुपये
बजट में सहजनवा-दोहरीघाट (81.17 किमी.) के लिए भी 200 करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं। वहीं, आनंद नगर-घुघली वाया महाराजगंज (50 किमी.) के लिए 450 करोड़ रुपये मिले हैं। ये दोनों ही लाइनें गोरखपुर स्टेशन के लिए एक वैकल्पिक मार्ग तैयार करेंगी। आनंदनगर-घुघली लाइन के बन जाने से बिहार जाने वाली ट्रेनों को बढ़नी-आनंदनगर के रास्ते चलाया जा सकेगा। वहीं, बहराइच-खलीलाबाद वाया भिनगा-श्रावस्ती-बलरामपुर-उतरौला-डुमरियागंज-मेहदावल-बांसी (240.26 किमी.) के लिए भी 450 करोड़ रुपये आवंटित हुए हैं। इस रेल लाइन के निर्माण से नेपाल बार्डर के इलाके सीधे गोरखपुर से जुड़ेंगे।
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