ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरफिशिंग गिरोह के चार लोगों को एसटीएफ ने दबोचा

फिशिंग गिरोह के चार लोगों को एसटीएफ ने दबोचा

बैंक खातों से फिशिंग से जरिये रुपये उड़ाने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को मध्यप्रदेश साइबर टीम और गोरखपुर एसटीएफ ने दबोच लिया। पकड़े गए आरोपितों में एक महिला भी शामिल है। उसी के नाम से गिरोह ने...

फिशिंग गिरोह के चार लोगों को एसटीएफ ने दबोचा
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 18 Oct 2020 03:24 AM
ऐप पर पढ़ें

बैंक खातों से फिशिंग से जरिये रुपये उड़ाने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को मध्यप्रदेश साइबर टीम और गोरखपुर एसटीएफ ने दबोच लिया। पकड़े गए आरोपितों में एक महिला भी शामिल है। उसी के नाम से गिरोह ने अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवाया था। चारों आरोपितों में महिला आरोपित को महिला थाने अन्य को तिवारीपुर थाने में दाखिल करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर मप्र ले जाने की तैयारी में पुलिस जुटी है।

मध्य प्रदेश के कुछ खातों से ईमेल आईडी हैक कर रुपये ट्रांसफर कर लिए गए थे। मध्यप्रदेश की साइबर टीम जांच में जुटी थी। जांच में पता चला कि गोखपुर के राजघाट इलाके में स्थित स्टेट बैंक में सैय्यद बेगम नामक एक महिला के खाते में यह रकम ट्रांसफर की गई है। मध्यप्रदेश की साइबर टीम ने इस मामले में यूपी एसटीएफ से मदद मांगी जिसके बाद गोरखपुर एसटीएफ इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह को टीम के साथ लगाया गया। मुखबिर की सूचना पर टीम ने महिला थाने की पुलिस के साथ मिलकर सैय्यद बेगम को स्टेट बैंक के सामने अमरूद मंडी से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथियों का नाम बताया।

सैय्यद बेगम की निशानदेही पर पुलिस ने परवेज अहमद को रुस्तमपुर ढाला के पास से गिरफ्तार किया। वहीं परवेज की निशानदेही पर गयासुद्दीन खान और आशीष जायसवाल को घोषीपुरवा प्राइमरी स्कूल के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि गयासुद्दीन और आशीष ही गैंग चालते हैं। इनके दो साथी अकरम और प्रतीक दिल्ली से फिशिंग के जरिए खाते में पैसा ट्रांसफर करते तो यह पैसा निकलवाते थे।

बांसगांव का रहने वाला है आशीष

एसटीएफ के मुताबिक अकरम के कहने पर गयासुद्दीन ने दो बार 80-80 हजार रुपये और आशीष ने दो लाख रुपये मनोज नामक व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर किया था। पूछताछ में पता चला कि सैय्यद बेगम के आधार कार्ड में पता-बदल कर अलग-अलग बैंक में खाता खुलवाने के बाद उसी में फिशिंग का पैसा गिरोह ट्रांसफर करता है। एटीएम कार्ड गयासुद्दीन के पास रहता था, वही पैसा भी निकालता था। दिक्कत होने पर परवेज और सैय्यद बेगम पति-पत्नी बनकर बैंक जाते तथा पासुबक तथा चेकबुक से पैसा निकाल लेते थे। पुलिस के मुताबिक आशीष बांसगांव का रहने वाला है राप्तीनगर शाहपुर में रहता है जबकि अन्य तीनों तिवारीपुर में रहते हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें