युवक की मुम्बई में मौत से छाया मातम
बड़हलगंज क्षेत्र के बेलसड़ी गांव के रहने वाले धर्मेन्द्र तिवारी का मंगलवार की सुबह मुम्बई में ट्रेन से गिरने से मौत हो गई। यह सूचना जैसे ही उनके घर पर पहुंची तो कोहराम मच गया। घर पर श्रीमदभागवत कथा...
बड़हलगंज क्षेत्र के बेलसड़ी गांव के रहने वाले धर्मेन्द्र तिवारी का मंगलवार की सुबह मुम्बई में ट्रेन से गिरने से मौत हो गई। यह सूचना जैसे ही उनके घर पर पहुंची तो कोहराम मच गया। घर पर श्रीमदभागवत कथा चल रहा था। भक्तिमय माहौल पलभर में मातम में बदल गया। बुधवार को शव के गांव पहुंचने पर पूरा गांव गमगीन हो गया। देर शाम को मुक्तीपथ पर शव का अंतिम संस्कार किया गया।
बेलसड़ी गांव के रमेश तिवारी के तीन बेटे हैं। सभी मुम्बई में रह कर नौकरी करते हैं। रमेश तिवारी के बड़े भाई श्रीप्रकाश उर्फ भुल्लड़ घर पर श्रीमदभागवत कथा सुन रहे थे। परिवार समेत पूरे गांव में भक्तिमय माहौल था। मंगलवार को कथा का छठवां दिन था। परिवारीजन सुबह से ही कथा के आयोजन में लगे हुए थे। विद्धवतजनों की टीम सुबह पूजन-अर्चन के लिए मंत्रोच्चार का वाचन कर रही थी। इसी बीच मोबाइल की घण्टी बजी। इस फोन के बाद पूरा माहौल बदल गया। फोन करने वाले ने अपने को मुम्बई के बसई रेलवे स्टेशन के आरपीएफ का अधिकारी बताते हुए रमेश तिवारी के दूसरे बेटे धर्मेन्द्र उर्फ लल्ला के लोकल ट्रेन से गिरने से मौत की सूचना दी।
यह खबर सुनकर सभी को काठ मार गया। थोड़ी देर पहले जिस घर से मंत्रोच्चार की ध्वनी सुनाई दे रही थी। वहां रोने और विलखने की आवाज सुनाई देने लगी। घटना की सूचना मिलते ही शुभचिंतकों और ग्रामीणों भिड़ जुट गई। बुधवार की शाम करीब चार बजे शव गांव पहुंचने पर कोहराम मच गया। धर्मेन्द्र के मिलनसार व्यक्तित्व और हंसमुख चेहरे को याद कर सभी की आंखें नम हो गई। देर शाम को बड़हलगंज स्थित मुक्तीपथ पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।