रोबोटिक्स में दिखी स्मार्ट सिटी की ट्रैफिक, आइसक्रीम स्टिक्स से पुल निर्माण
छात्रों ने रोबोट्स के जरिए तार व बेतार माध्यमों से शुक्रवार को स्मार्ट की ट्रैफिक का नजारा प्रस्तुत किया। प्रतिभागी छात्रों ने स्वनर्मित मोबाइल ऐप के जरिए बेतार ट्रैफिक सिस्टम को संचालित किया।...
छात्रों ने रोबोट्स के जरिए तार व बेतार माध्यमों से शुक्रवार को स्मार्ट की ट्रैफिक का नजारा प्रस्तुत किया। प्रतिभागी छात्रों ने स्वनर्मित मोबाइल ऐप के जरिए बेतार ट्रैफिक सिस्टम को संचालित किया। रोबोट्स सेंसर से गड्ढों, पानी, कंकड़, टूटे पुल व संकरे रास्तों आदि की जानकारी दे रहे थे। मोबाइल ऐप से वाहनों को दिशा दी जा रही थी और ट्रैफिक सिग्नल पर रुकने व चलने का संकेत भी सेंसर सिस्टम पर ही आधारित थे। उधर आइसक्रमी के स्टिक्स से पुल निर्माण की भी प्रतियोगिता हुई, जिसमें पहले दिन 15 टीमों ने भाग लिया।
एमएमएमयूटी में शुक्रवार को सुबह कुलपति प्रो. एसएन सिंह ने आईईईई व सोसाइटी ऑफ ऑटोमोबाइल इंजीनियर्स (एसएई)के संयुक्त कार्यक्रम टेकसृजन का शुभारंभ किया। कुलपति ने छात्रों को तकनीकी से जुड़े रहने व समाज की समस्याएं दूर करने के लिए कुछ नया देने के लिए प्रेरित किया। दोपहर में रोबोटिक्स प्रतियोगिताएं शुरू हुईं। इसमें बेतार व तार वाले उपकरणों पर आधारित ट्रैफिक सिस्टम संचालित किए गए। प्रतिभागी छात्रों ने बताया कि स्मार्ट सिटी में जिस तरह से सब कुछ तकनीकी आधारित होगा, उसी पैटर्न पर प्रांगण में रोड व अवरोध आदि बना कर रोबोट से ट्रैफिक संचालन का नमूना दिखा रहे हैं। आयोजकों ने बताया कि प्रतियोगिता में पहले दिन सौ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन पर अंकों के आधार पर संख्या कम होती जाएगी। अंतिम दिन यानि 14 अक्तूबर को बचे प्रतिभागियों में विजेता व उप विजेता का चुनाव किया जाएगा।
उधर एसएई के काउंटर पर ब्रिज कृति की प्रतियोगता शुरू हुई। इसमें प्रतिभागियों को आइसक्रीम स्टिक्स से ऐसे पुल का निर्माण करना है, जो बड़े से बड़ा वजन उठा ले। इसके जरिए पुल निर्माण की तकनीकी का कौशल दिखाना है कि कैसे पुल अधिक से अधिक वजन उठा लेते हैं। आयोजक मंडल के तन्मय कुमार ने बताया कि इंजीनियरिंग में पुल निर्माण की थियरी पढ़ाई जाती है। थियरी एक ही है, प्रयोग से उसे दिखाने की प्रतियोगिता में उसे ही विजेता घोषित किया जाएगा, जिसके द्वारा बनाया गया पुल अपने दोनों सिरों से सर्वाधिक भार सह पाएगा।
पहले दिन इस प्रतियोगिता में 15 छात्रों ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता तीनों दिन चलेगा। अंतिम दिन विजेता की घोषणा होगी। इसके अलावा ग्रुप डिश्कसन एवं बिजनेस व तकनीकी क्विज़, स्कूली बच्चों के लिए विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। प्रदर्शनी में सभी स्कूलों के कक्षा 12 वीं तक के छात्र-छात्रा अपने वैज्ञानिक मॉडल प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किए गए हैं।