कोर्ट में पेश हुए अवैध इंटरनेट कालिंग के छह आरोपित
कुशीनगर में एटीएस द्वारा पकड़े गये अवैध इंटरनेट कालिंग के धंधे में लिप्त छह लोगों को शनिवार को कसया दीवानी कचहरी में अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट चंद्रमोहन चतुर्वेदी के समक्ष पेश किया गया। पेशी के दौरान...
कुशीनगर में एटीएस द्वारा पकड़े गये अवैध इंटरनेट कालिंग के धंधे में लिप्त छह लोगों को शनिवार को कसया दीवानी कचहरी में अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट चंद्रमोहन चतुर्वेदी के समक्ष पेश किया गया। पेशी के दौरान अहिरौली पुलिस ने मिले इंटरनेट से जुड़े भारी मात्रा में उपकरण भी प्रस्तुत किया। इन पर सिम बॉक्स के माध्यम से इंटरनेट कालिंग कर करोड़ों के राजस्व चोरी सहित भारतीय टेलीग्राम, वायरल आदि का आरोप है। न्यायालय ने आरोपितों को 14 दिन के न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
इंटरनेट कालिंग का यह अवैध धंधा काफी समय से चल रहा था। इसकी जानकारी होने पर इस गिरोह को पकड़ने के लिए एटीएस की 21 सदस्यीय टीम इनकी निगरानी में थी। सुराग मिलते ही इस गिरोह के मुखिया राम प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। इसकी निशानदेही पर टीम ने मुकामी पुलिस की मदद से विजय शर्मा, रामसिंगार सिंह, संतोष सिंह, हरिकेश बहादुर सिंह, बृजेश पटेल को हिरासत में ले लिया। यह लोग काफी समय से इंटरनेट काल के जरिये लाखों के राजस्व का चूना लगा रहे थे।
इसके लिए आरएन ग्रुप प्रा. लि. संस्था के माध्यम से सिम बॉक्स के धंधे में लिप्त थे। इस मामले में सरगना राम प्रताप की गिरफ्तारी के बाद बाकी संलिप्त आरोपितों को छापेमारी कर पकड़ लिया गया। इनके खिलाफ अहिरौली बाजार थाने में धारा 379, 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी व 65, 66, 66 बी, 66 सी, 66 दी आईटी एक्ट, 4, 20, 25 भारतीय टेलीग्राफ एक्ट 316, भारतीय वायरलेस अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
आरोपितों को मजिस्ट्रेट के न्यायालय में एटीएस व पुलिस की संयुक्त टीम ने पेश किया। इस दौरान अहिरौली थाना प्रभारी राकेश सिंह, एसआई रामचन्द्र यादव, विंध्याचल सिंह यादव आदि मौजूद रहे। सूत्रों की मानें तो इस मामले में एटीएस कई अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है। देर शाम तक कुशीनगर में एटीएस की टीम मौजूद रही।