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255 स्मार्ट मीटर की रीडिंग नहीं पढ़ पा रहा शक्तिभवन

महानगर की बहुमंजिला इमारतों के बेसमेंट और मकान के अंदर लगे करीब 255 स्मार्ट बिजली मीटर के सिमकार्ड में नेटवर्क की दिक्कत से शक्ति भवन का कंट्रोल रूम रीडिंग नहीं ले पा रहा है। ऐसे में इन कनेक्शन पर...

255 स्मार्ट मीटर की रीडिंग नहीं पढ़ पा रहा शक्तिभवन
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 05 Jul 2020 02:10 AM
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महानगर की बहुमंजिला इमारतों के बेसमेंट और मकान के अंदर लगे करीब 255 स्मार्ट बिजली मीटर के सिमकार्ड में नेटवर्क की दिक्कत से शक्ति भवन का कंट्रोल रूम रीडिंग नहीं ले पा रहा है। ऐसे में इन कनेक्शन पर वास्तविक खपत के बजाय औसत बिजली खपत का बिल बन रहा है। इससे उपभोक्ताओं के साथ ही बिजली निगम को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। निगम के निर्देश पर एनर्जी एफिसिएंसी संस्थान की कार्यदायी फर्म इन कनेक्शनों के स्मार्ट मीटर के सिमकार्ड बदलने और नेटवर्क दुरुस्त करने में जुटी है।

नगरीय वितरण खंड चतुर्थ, तृतीय और द्वितीय के विभिन्न क्षेत्रों में 48 हजार कनेक्शन पर बीते आठ माह के दौरान स्मार्ट बिजली मीटर लगाए गए। कार्यदायी फर्म एलएंडटी ने छोटे-छोटे स्थानीय ठेकेदारों को मीटर लगाने का ठेका दिया। इन ठेकेदारों के कर्मचारियों ने जैसे-तैसे मीटर लगा दिए। उपभोक्ताओं को निगम के नियम नहीं बताए। अब बहुमंजिला भवनों के बेसमेंट और घरों के भीतर लगे स्मार्ट मीटरों में लगे सिमकार्ड को नेटवर्क नहीं मिल रहा है।

खराब मीटर बदल कर लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर

महानगर के विभिन्न क्षेत्रों में 4 हजार बिजली कनेक्शनों पर लगे बिजली मीटर खराब हैं। ऐसे में इन कनेक्शनों के बिजली बिल आईडीएफ(इन्ट्रूमेंट डिफेक्ट ) श्रेणी में बन रहे है। इससे बिजली निगम को चपत लग रही है। पावर कारपोरेशन ने महानगर में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ देकर खराब मीटरों को तत्काल बदलने का निर्देश दिया है। पहले चरण में इन चिन्हित कनेक्शनों पर स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जा रहे हैं। दो हजार कनेक्शनों के खराब मीटर बदले जा चुके है।

स्मार्ट बिजली मीटर के लिए फीडर का चयन अब निगम करेगा

गोरखपुर। पावर कारपोरेशन के एमडी एम देवराज ने झटपट और निवेश मित्र पोर्टल पर नए कनेक्शनों के आवेदन अधिक संख्या में लम्बित होने पर शहर में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने पर रोक लगा दी थी। कहा था कि पहले लम्बित नए कनेक्शनों पर स्मार्ट मीटर लगाने के साथ ही उपभोक्ताओं को सुविधा दें। स्थानीय अधिकारियों ने काफी प्रयास कर पोर्टल पर लम्बित कनेक्शनों पर मीटर लगवाए। एमडी ने 25 जून को सीएम सिटी में स्मार्ट मीटर लगाने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ दी है। एमडी ने कहा कि कार्यदायी फर्म निगम से चयनित तीन फीडरों क्रमश: 11 केवी मोहद्दीपुर उपकेन्द्र फीडर, 11 केवी जिला कारागार फीडर और 11 केवी गौतम विहार फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं के कनेक्शन पर लगे इलेक्ट्रानिक मीटर बदल कर स्मार्ट मीटर लगाए। काम पूरा होने के बाद एक्सईएन अपने क्षेत्र की जांच कर रिपोर्ट देंगे। उसके बाद एक्सईएन फीडर की सूची बनाकर पूर्वांचल विद्युत निगम के एमडी को भेजेंगे। वहां से सूची निगम को जाएगी। निगम के अफसरों की कमेटी फीडर चयनित कर बताएगी। उसके बाद ही फर्म के कर्मचारी सम्बन्धित फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं के मीटर बदल कर स्मार्ट मीटर लगाएंगे। चयनित फीडरों पर 21 दिन के भीतर स्मार्ट मीटर लगाने हैं। तय मियाद में मीटर नहीं लगा पाने पर फर्म के खिलाफ कार्रवाई होगी।

नगरीय एसई करेंगे स्मार्ट मीटर लगाने की मॉनिटरिंग

बिजली निगम ने नगरीय एसई को स्मार्ट बिजली मीटर लगाने वाली फर्म के कार्यों की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। फर्म को रोजाना बताना है कि किस फीडर और क्षेत्र में मीटर लगा रहे हैं। कितने उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाए। कनेक्शनों से उतारे गए मीटर अगले दिन परीक्षण खंड की लैब में भेजने के भी सख्त निर्देश हैं।

बोले एसई

बिजली निगम ने शहर में स्मार्ट मीटर लगाने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ दी है। 4 हजार कनेक्शनों के खराब मीटर पहले चरण में बदलने के निर्देश दिए हैं। इन कनेक्शनों पर आइडीएफ श्रेणी में बिल बन रहा है। साथ ही कुछ स्मार्ट मीटरों के सिमकार्ड में नेटवर्क की दिक्कत के कारण कंट्रोल रूम रीडिंग नहीं ले पा रहा है। उसे दुरुस्त करने के निर्देश मिले हैं।

- ई. यूसी वर्मा, एसई नगरीय

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