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पूर्व असलहा बाबू सहित तीन की तलाश, सात रडार पर

फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में पुलिस ने पूर्व असलहा बाबू सहित तीन लोगों की तलाश तेज कर दी है। तीनों अपने घर से फरार बताए जा रहे हैं। जिनकी तलाश चल रही है उनमें फर्जी लाइसेंस पर असलहा खरीदने के मामले...

पूर्व असलहा बाबू सहित तीन की तलाश, सात रडार पर
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 08 Sep 2019 02:08 AM
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फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में पुलिस ने पूर्व असलहा बाबू सहित तीन लोगों की तलाश तेज कर दी है। तीनों अपने घर से फरार बताए जा रहे हैं। जिनकी तलाश चल रही है उनमें फर्जी लाइसेंस पर असलहा खरीदने के मामले में पूर्व असलहा बाबू विजय श्रीवास्तव के अलावा भटहट क्षेत्र का रहने वाला प्रॉपर्टी डीलर अलीशेर और बेनीगंज निवासी अभिषेक अग्रहरी शामिल हैं। इनके अलावा सात और लोग भी एसआईटी के निशाने पर हैं। उन्हें मुकदमें में शामिल करने के लिए टीम ने साक्ष्य जुटाना शुरू कर दिया है।

एसआईटी की जांच में सामने आया है कि रिटायर हो चुके पूर्व असलहा बाबू ने अपने कार्यकाल के दौरान ही पिस्टल का फर्जी लाइसेंस बनवाया और उस पर पिस्टल भी खरीद ली। उसके बाद से ही एसआईटी को उनकी तलाश है। वहीं भटहट के करमहा बुजुर्ग गांव का निवासी प्रॉपर्टी डीलर अलीशेर के पास पिस्टल, राइफल और दो नाली बंदूक का लाइसेंस था। जांच में पता चला कि उसके पास मौजूद दो नाली बंदूक का लाइसेंस फर्जी है। पूछताछ के लिए बुलाने पर वह घर छोड़कर फरार हो गया। तीन दिन पहले अलीशेर ने अपना फर्जी लाइसेंस गुलरिहा थाने भिजवा दिया लेकिन खुद सामने नहीं आया।

वहीं कोतवाली थानाक्षेत्र के बेनीगंज निवासी अभिषेक अग्रहरी ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस पर एक पिस्टल खरीदी है। नाम सामने आने के बाद से ही वह घर छोड़कर फरार है। दबाव बनाने के लिए पुलिस ने उसके कई परिचितों को हिरासत में लिया है। इन सब के अलावा सात अन्य लोगों का भी नाम जांच में सामने आया है। उनके पास फर्जी असलहा लाइसेंस होने की बात कही जा रही है। पुलिस इन लोगों के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है। इस प्रकरण में पुलिस अब तक 10 लोगों को जेल भेज चुकी है।

दो बदमाशों ने भी बनवाया फर्जी लाइसेंस

चौरीचौरा के मूल निवासी व कैंट क्षेत्र में रहने वाले दो बदमाशों ने भी अपने और अपनी पत्नी के नाम से फर्जी लाइसेंस बनवा लिया है। जांच में यह बात सामने आई है पर उन्हें बचाने की कोशिश चल रही है। दोनों बदमाश पुलिस के मुखबिर हैं। क्राइम ब्रांच में तैनात कुछ सिपाहियों से उनके करीबी संबंध भी हैं।

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