रोज खतरों से खेल रहे स्कूली बच्चे, खुले टैम्पो में ये होती है हालत
गोरखपुर के उरुवा क्षेत्र में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी चरम पर है। इन स्कूलों में प्रतिदिन सुबह एवं शाम आने जाने के समय खुली बॉडी के टैम्पो में ठूसकर बैठाये गये मासूम और उनके नन्हें हाथ कस कर पकड़े...
गोरखपुर के उरुवा क्षेत्र में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी चरम पर है। इन स्कूलों में प्रतिदिन सुबह एवं शाम आने जाने के समय खुली बॉडी के टैम्पो में ठूसकर बैठाये गये मासूम और उनके नन्हें हाथ कस कर पकड़े सीखचों में भविष्य बनाने की जद्दोजहद करते हुए प्रतिदिन खतरों से खेल रहे है।
सब कुछ देखने के बाद भी शासन प्रशासन कुछ बोलने को तैयार नही है। वही बिना मान्यता एवं सरकारी शासनादेशों एवं नियमो को दरकिनार कर स्कूल संचालक अपनी जेबें भरने के साथ ही बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। शनिवार को उरुवा क्षेत्र में हुए टैम्पो दुर्घटना इसका जीता जागता उदाहरण है।
उरुवा क्षेत्र के छोटे छोटे कस्बों में कुकुरमुत्ते की तरह खुले स्कूलों में बच्चों के ले आने व ले जाने में उनकी सुरक्षा को दरकिनार कर टैम्पो व बसों का संचालन मनमाने पूर्ण तरीके से किया जा रहा है। खुली बॉडी के टैम्पो में भूसे की तरह ठूस कर बच्चों को बैठाया जाता है। वहीं प्रतिदिन बदल रहे ड्राईबर तथा बिना कंडक्टर के चल रहे बसों पर कोई अंकुश नही है। शनिवार को स्कूल प्रबंधन द्वारा एक टैम्पो में पंद्रह बच्चों को ठूसकर बैठाया जाना और दुर्घटना के बाद किसी भी सक्षम अधिकारी द्वारा कोई ठोस निर्णय न लेना उनकी उदासीनता को बयां करता है।
इस घटना के बावत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामसागर पति त्रिपाठी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में चल रहे प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर अंकुश लगाया जाएगा। उरुवा में घटी घटना के बावत खंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है।