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राजभवन ने मांगा प्रो. कमलेश गुप्त से पक्ष

गोरखपुर, निज संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह को...

राजभवन ने मांगा प्रो. कमलेश गुप्त से पक्ष
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 14 Aug 2022 10:51 PM
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गोरखपुर, निज संवाददाता।

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह को उनके पद को हटाए जाने और उनके कार्यकाल में हुए आय-व्यय की जांच की मांग को लेकर लंबे से समय से आंदोलनरत हिन्दी विभाग के आचार्य कमलेश कुमार गुप्त की राजभवन में की गई शिकायत पर डीडीयू ने आख्या राजभवन को भेज दिया है। कुलाधिपति के ओएसडी डॉ. पंकज एल जानी ने वह आख्या प्रो. कमलेश के पास भेजकर 15 दिनों में उनका पक्ष मांगा है।

प्रो. कमलेश ने पिछले वर्ष 29 जुलाई, 12 सितम्बर और 25 अक्तूबर को राजभवन को पत्र लिखकर कुलपति प्रो. राजेश सिंह को उनके पद से हटाने की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि अपने आरोपों के साथ 25 अक्तूबर को शपथ पत्र और साक्ष्य भी उपलब्ध कराए थे। कुलाधिपति के ओएसडी डॉ. जानी ने उस मामले में कुलपति प्रो. राजेश सिंह को जांच कराकर कृत कार्यवाही से अवगत कराने का निर्देश दिया था।

इस मामले में रविवार को प्रो. कमलेश गुप्त ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए राजभवन द्वारा उनसे मांगे गए पक्ष और कुलपति द्वारा राजभवन को 20 जुलाई को भेजे गए आख्या की प्रति भी साझा की है। कुलपति ने राजभवन को भेजे पत्र में कहा है कि इन शिकायतों में सम्बंध में 27 सितम्बर 2021 को कार्य परिषद की बैठक में जांच समिति गठित की गई थी। समिति ने चार बैठकें करने के बाद 19 जुलाई को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। कुलपति द्वारा 27 सितम्बर को जांच समिति गठित किए जाने को लेकर प्रो. कमलेश ने आरोप लगाया है कि यह सरासर झूठ है। उन्होंने इस जांच में नौ महीने लगाए जाने पर भी सवाल उठाए हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. पंकज एल जानी के पत्रों के अनुसार प्रो. राजेश सिंह ने अपने तीन घनिष्ठ मित्रों को जांच समिति का सदस्य बनाकर अधिकारियों, कर्मचारियों से अनुकूल रिपोर्ट तैयार करवा कर अपने को निर्दोष और मुझे दोषी करार देने का सुनियोजित षड़यंत्र किया है।

प्रो. कमलेश गुप्त द्वारा लगाए गए आरोपों के सम्बंध में कुलपति प्रो. राजेश सिंह से उनका पक्ष मांगा गया है। डीडीयू प्रशासन का पक्ष मिलने पर उसे प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।

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