रेलवे वर्कशॉप की पीपीई किट कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में पास
रेलवे वर्कशॉप में बने पीपीई किट के सैंपल को कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ने अपने टेस्ट में पास कर दिया है। अब वर्कशॉप में कोरोना से बचाव के लिए बने पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) बिना किसी तकनीकी...
रेलवे वर्कशॉप में बने पीपीई किट के सैंपल को कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ने अपने टेस्ट में पास कर दिया है। अब वर्कशॉप में कोरोना से बचाव के लिए बने पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) बिना किसी तकनीकी दांवपेच के आसानी से रेलवे के अस्पतालों में सप्लाई कर सकेगा।
गोरखपुर वर्कशॉप पूर्वोत्तर रेलवे का ऐसा पहला वर्कशॉप है जहां बनी पीपीई किट को किसी अधिकृत संस्था ने प्रमाणित किया है। सैंपल पास होने के बाद ही वर्कशॉप में 36 हजार किट बनाने का ऑर्डर आ चुका है। यहां बने पीपीई किट को रेलवे के अस्पतालों में सप्लाई किया जाएगा। अगर सिविल से डिमांड होती है वहां भी वर्कशॉप सप्लाई करेगा। सैंपल के पास होने के बाद यहां के इंजीनियरों में काफी उत्साह है। इंजीनियरों किट के लक्ष्य को जल्द पूरा करने का बीड़ा उठाया है।
अल्ट्रासोनिक मशीनों से होती है थ्री लेयर की सिलाई
वर्कशॉप के सहायक वर्कशॉप प्रबंधक ने बताया कि पीपीई किट पूरी तरह से सुरक्षित रहे, इसके लिए इसकी सिलाई अल्ट्रासोनिक मशीनों से कराई जा रही है। सिलाई थ्री लेयर की होती है। इसलिए किट के अंदर हवा जाने की कोई गुंजाइश नहीं रह जाती है। किट पूरी तरह से डिस्पोजबल है। एक बार पहनने के बाद उसे फेंक दिया जाता है। अस्पतालों को बराबर आपूर्ति होती रहे, इसके लिए सभी कर्मचारी खूब परिश्रम कर रहे हैं।
कानुपर के आर्डिनेंस फैक्ट्री में भेजे गए थे नमूना
पीपीई किट के सैंपल को कानपुर के आर्डिनेंस फैक्ट्री में जांच के लिए भेजा गया था। यहां तीन चरणों की जांच में वर्कशॉप में बना किट पूरीतरह से खरा उतरा। जांच में खरा उतरने के बाद फैक्ट्री प्रशासन ने वर्कशॉप को अपनी हरी झंडी दे दी।
बोले सीपीआरओ
वर्कशॉप में बने पीपीई किट के सैंपल को मुरादनगर आर्डिनेंस फैक्ट्री टेस्ट के लिए भेजा गया था। किट सभी तरह के टेस्ट में पास हो गया है। यह गोराख्पुर वर्कशॉप के लिए गौरव की बात है।
- पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ