आठ महीने बाद मंगलवार से एक बार फिर रेल म्यूजियम गुलजार हो गया है। म्यूजियम खुला तो बच्चों ने जमकर मस्ती की। म्यूजियम खुलने के पहले दिन ही रौनक नजर आई। बच्चों ने झूले पर बैठकर मस्ती को और ट्वाय ट्रेन पर बैठकर बच्चों संग बड़ों ने भी आनंद उठाया। वहीं हेरिटेज प्लाजा में लोगों ने मनपसंद के व्यंजन के लुत्फ उठाए। कोरोना को देखते हुए झूलों और बेंच पर एंटी वायरल स्टीकर लगाए गए थे। पहले दिन 198 लोगों ने म्यूजियम का आनन्द लिया।
मंगलवार को म्यूजियम के खुलने की जानकारी के बाद काफी लोग दोपहर एक डेढ़ बजे से म्यूजियम पहुंचने लगे थे। दोपहर दो बजे म्यूजियम में लोगों को प्रवेश कराया गया। मुख्य द्वार पर ही थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही आगन्तुकों का मोबाइल नम्बर भी नोट किया गया। सिर्फ उन्हीं को प्रवेश मिला जिन्होंने मास्क लगाया था। शाम को करीब पांच बजे के बाद भीड़ बढ़ी तो नियंत्रित करने के लिये हर घंटे अधिकतम 50 लोगों को ही प्रवेश दिया गया।
मुख्य द्वार पर सैनेटाइजर की भी व्यवस्था की गई थी। रेल म्यूजियम में जगह-जगह हाथ धोने के लिए हैंडवाश की व्यवस्था भी रही। सोशल डिस्टेसिंग को ध्यान में रखते हुए टिकट काउंटर और मुख्यद्वार पर लाइन पर मार्किंग भी की गई। रेलवे प्रशासन की ओर से मानीटरिंग भी कराई गई। टिकट घर पर करेंसी इस्टरलाइजेशन मशीन लगाया गया है, जिससे नोट व सिक्के को सैनिटाइज किया गया।
बच्चे बोले बहुत दिन बाद घर से निकला, मजा आ गया
म्यूजियम पहुंचे बच्चों ने जी भरकर मस्ती की। अपने मां के साथ आए अयांश ने बताया कि वह बीते चार महीने से घर में ही था। म्यूजिम आकर बहुत खुशी हुई। आधे घंटे तक झूले पर ही रहा। अयांश की तरह यामिनी और स्नेहा ने भी झूला और ट्वाय ट्रेन का जमकर लुत्फ उठाया।