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रेल चालकों का अल्टीमेटम, लाइन बॉक्स नहीं दिया तो रोक देंगे ट्रेन

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता ट्रॅाली बैग दिए जाने को लेकर सात महीने से विरोध कर...

रेल चालकों का अल्टीमेटम, लाइन बॉक्स नहीं दिया तो रोक देंगे ट्रेन
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरTue, 21 Sep 2021 04:40 AM
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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

ट्रॅाली बैग दिए जाने को लेकर सात महीने से विरोध कर रहे रेल चालकों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि अगर ट्रॉली बैग की जगह लाइन बॉक्स नहीं दिया गया तो वे ड्यूटी नहीं करेंगे। इस चेतावनी के बाद ट्रेन संचलन में बाधा देख रेल अफसर बैकफुट पर आए। चालकों से 24 घंटे की मोहलत मांगने के साथ कहा कि मंगलवार को उन्हें लाइन बॉक्स के साथ ड्यूटी करने की छूट दे दी जाएगी। किसी भी तरह वे ट्रेन संचलन प्रभावित न करें। अफसरों से मिले आश्वासन के बाद चालकों ने ड्यूटी न करने की चेतावनी तो रद्द कर दी लेकिन धरना पूरे दिन जारी रहा।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार पांच दर्जन की संख्या में रेल चालक लॉबी पर पहुंच गए और ट्रॉली बैग के साथ ड्यूटी न करने का संकल्प दोहराया। इसी बीच एक मालगाड़ी चलने को तैयार थी लेकिन चालक ने ट्रॉली बैग के साथ इंजन पर चढ़ने से इनकार कर दिया। यह सुनते ही अफसरों के हाथ-पांव फूल गए और चालक के टूल किट को दूसरे कर्मचारी से इंजन तक भिजवाया और कहा कि मंगलवार से टूल बॉक्स दिए जाएंगे। डीजल लॉबी पर रेल चालकों के साथ धरना दे रहे ऑल इंडिया लोको रनिंग एसोसिएशन के संयुक्त सचिव विनय शर्मा ने कहा कि कहां का इंसाफ है कि गार्डों को ट्रॉली बैग से छूट दे दी जाए और हमें ट्रॉली बैग से ड्यूटी कराई जाए। बस अब बहुत हो गया। हमारा कोई भी चालक ट्रॉली बैग लेकर ड्यूटी नहीं करेगा। हमारे संगठन ने तो सोमवार से ट्रॉली बैग के साथ ड्यूटी करने का ऐलान किया था। वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर के आश्वासन के बाद ड्यूटी न करने का निर्णय तो स्थगित कर दिया लेकिन धरना जारी रहेगा। अगर मंगलवार से टूल बॉक्स दिया जाएगा तो सिर्फ धरना ही होगा और अगर नहीं दिया गया तो फिर रेल प्रशासन से बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं बचेगी। फिर सिर्फ आर-पार की लड़ाई होगी।

कर्मचारियों को बेरोजगार करने की भी हो रही है तैयारी

ऑल इंडिया रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष जीत सिंह टैंक बताते हैं कि अभी जो लाइन बॉक्स दिया जाता है, उसे लाने और ले जाने के लिए एक कर्मचारी की ड्यूटी रहती है। गार्ड की ड्यूटी खत्म होने के बाद बॉक्स को गार्ड लॉबी में रख दिया जाता है। रेलवे अब लाइन बॉक्स को लाने-ले जाने के लिए कर्मचारी को नहीं रखना चाहता। इसीलिए चालकों और गार्डों को ट्रॉली बैग दिया जा रहा है।

क्या है लाइन बॉक्स

ऑल इंडिया रनिंग स्टाफ ऐसासिएशन के संयुक्त सचिव विनय शर्मा ने बताया कि ट्रेन का संचालन सुचारु कराने के लिए चालक और गार्ड को रेलवे की तरफ से तकरीबन 30 प्रकार के सुरक्षा उपकरण दिए जाते हैं। इसमें पटाखे, हथौड़ा छेनी समेत अन्य औजार, झंडी, कलर टॉर्च, रूल बुक और अन्य सरकारी दस्तावेज होते हैं। इन्हें रखने के लिए जो बॉक्स मिलता है, उसे लाइन बॉक्स कहा जाता है। ट्रॉली बैग में इन उपकरणों को रखने पर भी वजह 10-12 किलो होगा, जिसे हरदम साथ लेकर चलना मुश्किल होगा। महिला स्टाफ को इसे लेकर चलने में ज्यादा दिक्कत होगी।

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