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पिपराइच और मुंडेरवा चीनी मिलों से आई खुशहाली

गोरखपुर। मुख्य संवाददाता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल को ‘चीनी का कटोरा होने का...

पिपराइच और मुंडेरवा चीनी मिलों से आई खुशहाली
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 19 Sep 2021 03:43 AM
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गोरखपुर। मुख्य संवाददाता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल को ‘चीनी का कटोरा होने का गौरव लौटाने की कोशिशों में जुटे हैं। उत्तर प्रदेश राज्य चीनी एवं गन्ना विकास निगम लिमिटेड की बंद पड़ी मुंडेरवा, पिपराइच एवं रमाला चीनी मिलों को अत्याधुनिक बनाते पुर्नस्थापित किया बल्कि सूबे की 20 चीनी मिलों का आधुनिकीकरण एवं विस्तार किया। पिपराइच चीनी मिल के हिस्से में सल्फर लेस चीन बनाने वाली सरकारी क्षेत्र की सूबे की पहली मिल होने का गौरव भी है। उम्मीद है कि इस साल पिपराइच चीनी मिल गन्ने के रस से सीधे एथेनॉल बनाने वाली उत्तर भारत की पहली चीनी भी बन जाएगी। मिल में डिस्ट्रीलरी प्लांट लगाने की भी योजना है।

ऐसे समय में जब चीनी मिले घाटे का सौदा बन रही थी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन मिलों का आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजना के साथ शुरू किया। इन चीनी मिलों की प्रतिदिन पेराई क्षमता को 50 हजार क्विंटल से बढ़ा कर 75 हजार क्विंटल तक लाया जा सकता है। दोनों ही मिलों में 27 मेगावाट के को जनरेशन प्लांट भी लगाए गए। ताकि मिले 7 मेगावाट प्रतिदिन स्वयं खर्च करें और 20 मेगावाट ग्रिड को बेच सकें। नतीजतन दोनों मिलों में पर्यावरण संरक्षण के साथ बिजली भी बना कर भी कमाई की जा रही है। असल में सूबे की सत्ता की बागडोर संभालने के साथ ही इन पूरी रणनीति एवं योजना के साथ इन मिलों की शुरूआत की। ताकि यह मिले फायदे में रहे और किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान में दिक्कत न आए। यही वजह है कि यह दोनों मिले कोरोना संक्रमण के दौर में भी किसानों की मददगार बनी है। उनकी जिंदगी में खुशहाली की नई इबारत लिख रही हैं।

485 करोड़ का रिकार्ड भुगतान : पेराइ सत्र 2018 से 2021 तक इन दोनों चीनी मिलों ने बस्ती एवं गोरखपुर जिले के 1,13,040 किसानों को लाभांवित किया है। इन किसानों ने 485 करोड़ रुपये का दोनों मिलों को गन्ना बेचा है। उप गन्ना आयुक्त गोरखपुर परिक्षेत्र ऊषा पाल इन कुल मूल्य का रिकार्ड भुगतान योगी आदित्यनाथ की सरकार कर चुकी है।

ग्रामीण महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर

सीएम योगी के निर्देश पर गोरखपुर परिक्षेत्र में मिलों और गन्ना विभाग के सहयोग से संक्रमण कॉल में ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण देकर सिंगल बड़ चिप विधि से 33.10 लाख पौधों की नर्सरी तैयार कराई गई। ग्रामीण महिलाओं के 55 स्वयं सहायता समूह गठित किए गए। इन समूह से जुड़ी 653 महिलाओं को नर्सरी के पौधों की बिक्री से 53.88 लाख रुपये की आमदनी हुई है।

बोले प्रदेश उपाध्यक्ष

सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में एक बार फिर गन्ना किसान और गन्ने की खेती के दिन लौटने लगे हैं। पिपराइच में गन्ना शोध संस्थान भी निर्मित किया जा रहा है। गन्ना विभाग एवं मिलों से गन्ना किसानों को मिलने वाली सुविधाएं उनके जीवन में खुशहाली ला रही हैं। मुख्यमंत्री पूर्वांचल की बंद पड़ी अन्य मिलों को चालू कराने के लिए भी सक्रिय हैं।

- बंधु उपेंद्र सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा किसान मोर्चा

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