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एक प्रकार का रस प्रदान करता है साहित्य: प्रो.बेहरा

सिविल लाइंस स्थित सेंट जोसेफ़ कॉलेज फ़ॉर विमेन के अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में मंगलवार को ‘हाऊ टू रीड ए टेक्स्ट विषय पर एकल व्याख्यान का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए गोरखपुर...

एक प्रकार का रस प्रदान करता है साहित्य: प्रो.बेहरा
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरTue, 18 Sep 2018 09:10 PM
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सिविल लाइंस स्थित सेंट जोसेफ़ कॉलेज फ़ॉर विमेन के अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में मंगलवार को ‘हाऊ टू रीड ए टेक्स्ट विषय पर एकल व्याख्यान का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए गोरखपुर विश्वविद्यालय के अंग्रेज़ी विभाग के प्रोफ़ेसर गौरहरि बेहेरा ने कहा कि साहित्य हमें एक प्रकार का रस प्रदान करता है।

‘लिटरेचर और टेक्स्ट के बीच का अंतर बताते हुए प्रो.बेहेरा ने कहा कि ‘टेक्स्ट एक संस्कृति में निहित सभी वस्तुएं या विचार हो सकते हैं जो एक अपना एक अर्थ रखते हैं। इस प्रकार साहित्यिक रचनाएं, फ़िल्म, ट्रैफिक सिग्नल भी एक टेक्स्ट के दायरे में आते हैं। पिछले पांच दशकों से टेक्स्ट एक वृहद विमर्श का विषय बना हुआ है। इस प्रकार ये ‘वर्क से अलग अर्थ में प्रयुक्त होता है। लिटरेचर और टेक्स्ट में अंतर बताते हुए प्रोफेसर ने कहा कि लिटरेचर अपने आप में एक ‘मूल्य पर बल देता है।

उन्होंने कहा कि कल्चरल स्टडीज की उत्पत्ति के बाद अब एक संस्कृति में निहित विभिन्न प्रकार के तत्वों के अध्ययन का विमर्श उपजा है। फ्रांसीसी दार्शनिक रोलां बार्थ के अपने अध्ययन में कहा है कि एक टेक्स्ट मात्र लिटरेचर तक ही सीमित नहीं होता। इस प्रकार टेक्स्ट की प्रकृति समावेशी होती है जबकि लिटरेचर इसके विपरीत एकांकिक प्रकृति का होता है। इस तरह से सिनेमा एवं विज्ञापन भी इसकी परिधि में आते हैं। रीडिंग के विभिन्न स्तर बताते हुए प्रोफेसर ने कहा कि एक टेक्स्ट के रीडिंग के अनेक आयाम हो सकते हैं।

व्याख्यान के अंत में प्रश्न प्रहर में छात्राओं ने प्रोफ़ेसर से प्रश्न पूछा। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के उप प्राचार्य फादर डॉक्टर रोजर ऑगस्टिन ने प्रोफेसर को स्मृति चिह्न प्रदान कर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अंग्रेज़ी विभाग के प्रवक्ता हरि प्रताप त्रिपाठी ने किया। अंत में छात्रा शालिनी श्रीवास्तवा ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया।

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