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अकेले रह रहे बुजुर्गों के मोबाइल में सिक्योरिटी एप लोड करेगी पुलिस

ऐसे बुजुर्ग जो घर पर अकेले रह रहे हैं। पुलिस अब उनकी सुरक्षा का ख्याल रखेगी। गश्त के दौरान उनका न सिर्फ हाल-चाल पूछेगी। बल्कि किसी तरह की दिक्कत पर वे पुलिस से कैसे सम्पर्क कर सकते हैं इसकी भी...

अकेले रह रहे बुजुर्गों के मोबाइल में सिक्योरिटी एप लोड करेगी पुलिस
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरTue, 07 Aug 2018 07:18 PM
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ऐसे बुजुर्ग जो घर पर अकेले रह रहे हैं। पुलिस अब उनकी सुरक्षा का ख्याल रखेगी। गश्त के दौरान उनका न सिर्फ हाल-चाल पूछेगी। बल्कि किसी तरह की दिक्कत पर वे पुलिस से कैसे सम्पर्क कर सकते हैं इसकी भी जानकारी दी जाएगी। उनके मोबाइल में सिक्योरिटी ऐप भी लोड कराएगी। बुजुर्गों के मोबाइल में सुरक्षा ऐप लोड करने की जिम्मेदारी डायल 100 टीम को ही सौंपी गई है। पिछले दिनों ही डायल 100 की सिक्योरिटी फिचर में ऐप जोड़ा गया है। यह ऐसा फीचर है जिसमें एक बटन दबाते ही पुलिस के पास सूचना पहुंच जाएगी। डायल 100 की टीम को इसकी ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है।

एडवाजरी के बाद फास्ट हुई पुलिस

ऐसे तमाम बुजुर्ग हैं जिनके बच्चे नौकरी या व्यवसाय में बाहर रहते हैं। कोई विदेश गया है तो कोई देश के ही विभिन्न शहरों में है। उनके माता-पिता घर पर अकेले हैं। जिनकी सुरक्षा को लेकर बुजुर्गों के साथ उनके बच्चों में भी चिंता रहती है। इसी चिंता को ध्यान में रखते हुए शासन ने उनकी सुरक्षा का खाका तैयार किया है। समय-समय पर उसको लेकर जिले के पुलिस कप्तानों को एडवाइजरी जारी होती रहती है। अकेले रह रहे बुजुर्गों का सर्वे करा कर थानेदारों को उनकी एक थाने पर रजिस्टर बनाने की पहले से एडवाइजरी जारी है।

रजिस्टर में बुजुर्गों का नाम-पता और मोबाइल नम्बर दर्ज किया जाना है। हल्का दरोगा और बीट सिपाही जब भी उस इलाके में जाएं तो उन बुजुर्गों से जरूर मिलें। उनकी हाल-चाल पूछे यह जानने की कोशिश करें कि उन्हें कोई परेशान तो नहीं कर रहा है। यही काम थानेदार फोन से कर लें वहीं सीओ रजिस्टर को चेक करें और यह जानने की कोशिश करें कि किस थाना क्षेत्र में कितने बुजुर्ग हैं और उनसे सिपाही से लेकर थानेदार तक की बात हो रही है कि नहीं। जरूरत पड़ने पर औचक जांच कर भी जानकारी हासिल कर लें।

अकेले रह रहे बुजुगोँ की हो चुकी है लूट के लिए हत्या

शहर में अकेले रह रहे कुछ बुजुर्गों की लूट के लिए हत्या भी हो चुकी है। तिवारीपुर के सूरजकुण्ड मोहल्ले में वर्ष 2004-5 में एक दम्पत्ति की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा में कैंट क्षेत्र में रह रही बुजुर्ग शांति देवी की भी हत्या हो चुकी है। आज तक कैंट के शांति देवी हत्या का खुलासा नहीं हो पाया और पुलिस ने फाइल बंद कर दिया। बेतियाहाता में 2003 बुजुर्ग दम्पत्ति की हुई थी हत्या।

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