ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरनफीसा गैंग को रजिस्टर्ड करेगी पुलिस, गैंगस्टर की भी होगी कार्रवाई

नफीसा गैंग को रजिस्टर्ड करेगी पुलिस, गैंगस्टर की भी होगी कार्रवाई

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता नफीसा गैंग द्वारा दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में फर्जी मुकदमा...

नफीसा गैंग को रजिस्टर्ड करेगी पुलिस, गैंगस्टर की भी होगी कार्रवाई
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 10 Aug 2022 02:30 AM
ऐप पर पढ़ें

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

नफीसा गैंग द्वारा दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में फर्जी मुकदमा कराकर लोगों से वसूली का खुलासा होने के बाद सात अन्य पीड़ित भी मंगलवार को सामने आए। उधर, पुलिस ने भी नफीसा गैंग पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। कैंट पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। गैंग लीडर व एक अन्य महिला सदस्य के खिलाफ पहले का अपराधिक रिकार्ड होने के साथ ही अन्य मामलों को देखते हुए पुलिस अब गैंग को रजिस्टर्ड कर गैगेस्टर की भी तैयारी कर रही है।

कैम्पियरगंज के खालिद की तहरीर पर कैंट पुलिस ने सिद्धार्थनगर जिले के लोटन थाना क्षेत्र के खीरिडिहा गांव की नफीसा और गोरखपुर की रहने वाली बिंद्रावती, सोनी, आरती, इंद्रावती और तारा चौहान तथा अधिवक्ता के खिलाफ रंगदारी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। इन पर 156 (3) के प्रार्थनापत्र/ परिवाद पर रेप, गैंग रेप, एससीएटी जैसी गैंभीर धाराओं में मिथ्या साक्ष्य, झूठे शपथपत्र पर झूठी गवाही के माध्यम से केस दर्ज कराकर धनउगाही करने का आरोप है। खालिद ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि गैंग ने लुटूर, रफाकत, सलीम, सरफराज, शहनवाज, विजय, समीम, सुभाष यादव के खिलाफ गैंग ने दर्जनों फर्जी केस दर्ज कराया। गैंग रेप तथा लूट के मुकदमे में आजीवन कारावास कराने की धमकी देकर और जेल जाने का भय दिखाकर यह गैंग अब तक लोगों से 15 से 20 लाख रुपये वसूल चुका है। गैंग की एक सदस्य ने रेप और एससीएसटी का केस दर्ज कराकर सरकार से भी लाखों रुपये ले चुकी है। पीड़ित खालिद ने बताया कि नफीसा ने 30 जुलाई की शाम को उसके घर आई और धमकी देकर जेल जाने का भय दिखाकर पांच लाख रुपये की मांग की थी।

मुवक्किल को कानून के तहत सहायता देना मेरा अधिकार

नफीसा गैंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से पहले आईजीआरएस की शिकायत के आधार पर सीओ कैंट और सीओ बांसगांव ने पूरे प्रकरण की जांच भी की थी। सीओ बांसगांव की जांच में अधिवक्ता माधव तिवारी ने अपने बयान में कहा है कि मैं अधिवक्ता हूं और अधिवक्ता के तख्ते पर जो भी मुवक्किल आता है उसको कानूनी राय देना और उनको कानून के तहत सहायता देना उनका अधिकार है।

व्यापारी, तहसीलकर्मी, प्रधान पति, दरोगा सहित कई शिकार

जिन पर महिलाओं ने केस दर्ज कराया था उनमें खालिद व्यापारी हैं, सुभाष चंद यादव दरोगा हैं, शमीम तहसील कर्मचारी हैं, विजय तहसीलदार के चपरासी हैं, शहनवाज प्रधान पति हैं, रफाकत कपड़े के व्यापारी हैं, सलीम सिलाई का काम करते हैं। लुटूर रेलवे कर्मचारी हैं। सरफराज प्रधान के भाई हैं।

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें