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डबल मर्डर: आशनाई और रंजिश में हत्या की वजह तलाश रही पुलिस

रानू सिंह और रमेश यादव की हत्या की वजह तलाशने में जुटी पुलिस तीन बिंदुओं पर काम कर रही है। रानू के पिता और चाचा गांव की रंजिश में हत्या की आशंका जता रहे हैं। उनका कहना है कि शेरू ने रमेश और रानू को...


डबल मर्डर: आशनाई और रंजिश में हत्या की वजह तलाश रही पुलिस
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 25 Jan 2019 01:08 PM
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रानू सिंह और रमेश यादव की हत्या की वजह तलाशने में जुटी पुलिस तीन बिंदुओं पर काम कर रही है। रानू के पिता और चाचा गांव की रंजिश में हत्या की आशंका जता रहे हैं। उनका कहना है कि शेरू ने रमेश और रानू को फोन कर बुलाया था। इनके जाने के बाद उसने गांव के हमलावरों को बुलाया था। इसके अलावा पुलिस आशनाई और सूद के कारोबार को भी केन्द्र में रखकर जांच कर रही है। आशनाई इस वजह से भी क्योकि चार दिन पहले छेड़खानी की शिकायत हुई थी।

पुलिस थ्योरी-1

शेरू ने रची साजिश, पहले से तय था किसी का मारा जाना

रेलवे कालोनी में मारे गए बदमाशों की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस कई पहलुओं पर गौर कर रही है। पहली थ्योरी यही है कि शेरू यादव ने हत्या का प्लान पहले ही तैयार कर लिया था और यह तय था कि दावत के बाद हत्या होनी है। मारे गए रानू सिंह के परिवार की ओर से पुरानी रंजिश की बात इस थ्योरी को और बल दे रही है।

पुलिस अभी तक वारदात की डोर नहीं पकड़ सकी है। चूंकि घटना के वक्त का कोई चश्मदीद नहीं मिला है इसलिए दो और दो को मिलाकर गुत्थी हल करने में जुटी है। पुलिस सूत्रों की मानें तो शेरू यादव ने ही रमेश यादव को फोन कर दावत के लिए आउट हाउस पर बुलाया था। रानू उसके साथ ही था। जाहिर, उसे भी न्योता मिला। रानू की दादी रेलवे अस्पताल में ही भर्ती हैं और रानू व रमेश वहां मौजूद थे। दोनों अस्पताल से कुछ दूरी पर स्थित आउट हाउस पर पहुंच गए। खाना खाया जैसा कि प्लेटें गवाही दे रही हैं। खाली बोतलें भी चुगली कर रही हैं कि छक कर दारू पी गई।

पुलिस मानकर चल रही है कि शेरू के इरादे पहले से ही नेक नहीं थे। रानू सिंह के चाचा आरपीएफ हवलदार तेज प्रताप सिंह ने जिस तरह पुरानी रंजिश में हत्या का आरोप लगाया है उससे पुलिस को लग रहा है कि उसकी थ्योरी में दम है। रानू पर हत्या का आरोप रहा है। उसी हत्या में रानू की हत्या की बात कही जा रही है। शेरू और रमेश गहरे दोस्त न होते तो शेरू के बुलाने पर रमेश न जाता। यहीं से पुलिस यह जोड़ रही है कि हत्या रानू की होनी थी, रमेश ने अपने दोस्त रानू की हत्या का विरोध किया होगा जिसपर उसे भी जान गंवानी पड़ी। रानू की लाश पहले और रमेश की कुछ फासले पर मिलने से इस थ्योरी को बल मिलता दिख रहा है।

पुलिस का अंदाजा है कि शेरू वगैरह रानू को मारना चाह रहे होंगे या उसपर पिस्टल तानी होगी तो रमेश उनसे उलझा होगा तो उसे भी मौत के घाट उतार दिया। थ्योरी कितनी सच है इसका पता तभी चलेगा जब शेरू उसका भाई मंटू या पार्टी में मौजूद दूसरे बदमाश पकड़ में आएंगे।

पुलिस थ्योरी-2

शराब के साथ शबाब के चक्कर में भी हो सकती है हत्या

वारदात की कड़ी से कड़ी मिलान में जुटी पुलिस इस थ्योरी पर भी काम कर रही है कि शराब वाली इस पार्टी में कहीं शबाब का भी इंतजाम तो नहीं था जिस वजह से आपस में विवाद हो गया हो या फिर आशनाई में एक अनार दो बीमार की कहानी तो नहीं है।

जिस जगह यह आउट हाउस है, वह सुनसान इलाका है। रेलवे अधिकारियों के बंगले हैं जोकि काफी बड़े हैं। इस वजह से आउट हाउस काफी फासले पर हो जाते हैं। रात में 10 बजे के बाद यह सड़क अमूमन सुनसान हो जाती है। जिस आउट हाउस में यह वारदात हुई, वह खस्ताहालत में हैं। देखकर यह भी नहीं कहा जा सकता कि वहां कोई रहता भी होगा। शेरू यादव का भाई मंटू सफाई कर्मचारी हैं। उसने इस आउट हाउस पर कब्जा किया है। वह अक्सर इस तरह की पार्टी देता था और शेरू गाहेबगाहे यहां रुकता भी था।

कमरे के हालात शबाब वाली थ्योरी पर बल दे रहे हैं। एक कमरे में खानेपीने का सामान है तो उसके ठीक सामने स्थित खंडहरनुमा एक दूसरे आवास में एक चादर फर्श पर बिछी हुई है जोकि इशारा कर रही है कि कोई उसपर बैठा या लेटा था। पुलिस का मानना है कि संभव है कि पार्टी में शबाब का इंतजाम किया गया हो और ये बदमाश इसी को लेकर आपस में भिड़ हो गए हों। विवाद इतना बढ़ा की नौबत गोलियां दागने तक पहुंच गई हों।

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