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सिंगापुर की तर्ज पर विकसित होगा CM योगी का शहर, जून में खाद कारखाना शुरू होगा, जानिए कब है मेट्रो दौड़ाने की तैयारी 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीबी देवगौड़ा के साथ खाद कारखाने की 8000 करोड़ की परियोजना का बारीकी से जायजा लिया और यह संकेत दिया कि जून माह के अंत तक यह...

सिंगापुर की तर्ज पर विकसित होगा CM योगी का शहर, जून में खाद कारखाना शुरू होगा, जानिए कब है मेट्रो दौड़ाने की तैयारी 
मुख्‍य संवाददाता ,गोरखपुर Sat, 06 Mar 2021 09:41 PM
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीबी देवगौड़ा के साथ खाद कारखाने की 8000 करोड़ की परियोजना का बारीकी से जायजा लिया और यह संकेत दिया कि जून माह के अंत तक यह परियोजना पूरी हो जाएगी। खाद कारखाना खेतों में हरियाली और गोरखपुर इलाके के गांवों में खुशहाली लाएगा। मेट्रो परियोजना गोरखपुर शहर में शीघ्र हो जाएगी। प्लास्टिक पार्क का प्रोजेक्ट फाइलों की कैद से छूट कर कभी भी धरातल पर उतर सकता है। यह सब कुछ होगा तो बेरोजगारों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेंगे। कहा तो यहां तक जा रहा है कि योगी का सपना गोरखपुर को सिंगापुर जैसा बनाना है। वह इसी दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।

हर वक्त मिशन मोड में रहने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनथक कोशिशों की वजह से पूर्वांचल की आब-ओ-हवा में बदलाव की बयार तेजी से बहने लगी है। तरक्की के जो भी पैमाने गढ़े जा सकते हैं उन पर खरा उतरने के लिए गोरखपुर में नित्य नई-नई कोशिशें हो रही हैं। इन कोशिशों को पंख देन में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बल मिल रहा है। पर्यटन, मनोरंजन, स्वास्थ्य, रोजगार, व्यापार से लगायत सुगम यातायात की परियोजनाओं में बिंदुवार दिलचस्पी ले रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां हो रहे निर्माण कार्यों का समय-समय पर निरीक्षण कर रहे हैं। गोरखपुर में चल रही परियोजनाओं से ताल्लुक रखने वाले अधिकारियों का तो यहां तक कहना है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता और मानक को लेकर सीएम काफी गंभीर रहते हैं।

केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीबी देवगौड़ा के साथ सीएम ने खाद कारखाने की 8000 करोड़ की परियोजना का बारीकी से जायजा लिया। योगी ने निरीक्षण के दौरान संकेत दिया कि जून के अंत तक यह परियोजना पूरी हो जाएगी। एम्स के गुणवत्ता पूर्ण संचालन के लिए जो भी छोटी-मोटी खामियां हैं, वह शीघ्र ही दूर कर ली जाएंगी। प्लास्टिक पार्क का प्रोजेक्ट कभी भी शुरू हो सकता है। मेट्रो परियोजना का शुभारंभ भी कभी हो सकता है। गोरखपुर महानगर के चारो तरफ फोरलेन और चमचमाती सड़कें रफ्तार बढ़ा रही हैं। टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किए गए रामगढ़ झील के बगल में कुछ ही रोज में ही प्रदेश का सबसे भव्य चिड़ियाघर भी खुल जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बाद पूर्वांचल के विकास में जो रिक्तता आ गई थी उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बढ़ी संवेदनशीलता के साथ भरने की कोशिश की है। यहां जिस तरह से निर्माण कार्य हो रहे हैं उससे अंदाज़ लगा सकता है कि बहुत जल्द गोरखपुर, पूर्वांचल के अन्य जिलों के लिए प्रोग्रेसिव हब बन जाएगा।

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