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आइसोलेट मरीजों पर आक्सीजन संकट, तीमारदार लाइन में

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता कोरोना संक्रमण से घरों में आइसोलेट हुए मरीजों पर ऑक्सीजन...

आइसोलेट मरीजों पर आक्सीजन संकट, तीमारदार लाइन में
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 28 Apr 2021 03:41 AM
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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

कोरोना संक्रमण से घरों में आइसोलेट हुए मरीजों पर ऑक्सीजन का संकट बढ़ता जा रहा है। ऑक्सीजन लेबल कम होने पर उनके तीमारदार सिलेंडर लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं। कुछ तो खाली सिलेंडर को लेकर परेशान हैं। हास्पिटल में भी आक्सीजन का संकट दूर नहीं हो पा रहा है लिहाजा आइसोलेट मरीजों को आसानी से सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। गीडा स्थित प्लांट पर सिलेंडर के लिए लोग घंटों लाइन लगा रहे हैं। आक्सीजन को लेकर मचे हाहाकार को लेकर प्रशासन के दावों पर घंटी बजाती रिपोर्ट।

पांच घंटे लाइन, नहीं मिला सिलेंडर

बशारतपुर की रहने वाले गुंजन अग्रवाल कोरोना संक्रमित हैं। आक्सीजन लेबल 90 से नीचे होने पर उनके तीमारदार मंगलवार को आक्सीजन की तलाश में जुट गए। कंघे पर सिलेंडर लेकर गीडा में आक्सीजन प्लांट के पास पांच घंटे तक लाइन में खड़े रहे लेकिन सिलेंडर नहीं मिला। पीड़ित का कहना है कि आक्सीजन सिलेंडर न मिलने पर उन्हेंने हास्पिटल की तलाश शुरू की और किसी तरह से मानसी हास्पिटल में मरीज को भर्ती कराया है। इसके साथ आक्सीजन की तलाश भी कर रहा हूं।

22 हजार में खरीदा खाली सिलेंडर

शहर के ही रहने वाले आकाश सिंह की मां स्नेहलता सिंह कोविड संक्रमित हैं। शहर के एक हास्पिटल में भर्ती थीं। अचानक हास्पिटल से मरीज ले जाने के लिए कहा गया उसके बाद आकाश ने मां के आक्सीजन की व्यवस्था के लिए 22 हजार रुपये में खाली सिलेंडर खरीदा। सिलेंडर भरवाने के लिए गीडा गए तो पता चला कि दोनों प्लांट पर रिफिल नहीं हो रही है। उधर, जिससे आकाश ने सिलेंडर खरीदा है उसने कहा है कि वापस करने पर सिर्फ दस हजार रुपये ही वह लौटाएगा। जिसने बेचा है उसका कहना है कि दस हजार रुपये लौटाएंगे।

बेड मिला न ऑक्सीजन

शाहपुर इलाके के अनुज सिंह के परिवार के एक सदस्य पीड़ित हैं उनका आक्सीजन लेबल मंगलवार को 90 से नीचे आ गया उसके बाद वह आक्सीजन के लिए परेशान होकर दर-दर भटक रहे हैं। अनुज का कहना है कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि कैसे आक्सीजन की व्यवस्था करें। इसी के साथ ही वह हास्पिटल में बेड की भी तलाश कर रहे हैं। हालांकि जहां से बेड खाली होने की सूचना मिल रही है वहां पहुंच रहे हैं पर आक्सीजन संकट का हवाला देकर भर्ती करने से इंकार किया जा रहा है।

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