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शटर खोलो, फोटो खिंचवाओ, चौकी में आकर मिल लेना

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

शटर खोलो, फोटो खिंचवाओ, चौकी में आकर मिल लेना
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 12 Jul 2020 03:21 AM
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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाताकेस एकघंटाघर के एक व्यापारी का पासबुक दुकान में छूट गया था। शनिवार से पाबंदिय लागू होने की घोषणा हो गई थी। लिहाजा व्यापारी शुक्रवार देर शाम को दुकान खोलकर पासबुक निकालने पहुंच गया था। जैसे ही व्यापारी ने दुकान खोली किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। दो सिपाही पहुंचे तब तक वह शटर गिरा चुका था लेकिन सिपाहियों ने शटर दोबारा उठवाकर फोटो खींची और कहा चौकी पर आकर मिल लेना।केस दोअम्बेडकर चौक की एक दुकान पर शाम सात बजते ही सिपाही पहुंच गए। दुकान खाने-पीने के सामान की थी। उसके खुलने का समय नौ बजे तक निर्धारित था और लेकिन दुकान से सामान नहीं बेचना था बस डिलीवरी देनी थी। शाम सात बजे पुलिसवाले आ धमके और फोटो बनाई, दुकानदार ने कहा आज ही दुकान खुली है बस बंद कर रहे हैं सिपाहियों ने कहा कोई बात नहीं चौकी पर आकर मिल लेना।केस-3तिवारीपुर के थानेदार एक दिन तिवारीपुर के कपड़े दुकान पर पहुंचे। दुकानदार को बुलाया। नाम-पता पूछा और एक फॉर्म पर दस्तखत करा लिए। आगे बढ़े, मुर्गा शॉप चलाने वाले दो लोगों की दुकान पर रुके। बुलाया, नाम-पता और मोबाइल नंबर पूछा, एक फार्म पर दस्तखत करा लिए। किसी की हिम्मत नहीं पड़ी कि थानेदार से पूछे कि हो क्या रहा है। अब सभी को यही लगता है कि उनकी दुकान का चालान हो गया पर क्यों?लॉकडाउन का उल्लंघन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने को आधार बनाकर बीते एक सप्ताह से जिले में सैकड़ों मुकदमे दर्ज किए गए हैं। यह मुकदमे इस तरह से दर्ज हो रहे हैं कि व्यापारियों को पता भी नहीं चल रहा। पुलिस पहुंच रही है फोटो खींच रही है और एक फॉर्म पर नाम-पता भरने के बाद हस्ताक्षर कराकर ले रही है। इस दौरान पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग न रखने के साथ ही निर्धारित समय से ज्यादा दुकान खोलने पर फटकार भी लगा रही है। दुकानदारों को लग रहा है कि नाम पता दर्ज हो गया है, पुलिस से हिदायत मिल गई है पर असल में यह हिदायत नहीं बल्कि कोरोना के प्रोटोकॉल के उल्लंघन के साथ ही महामारी फैलाने का केस दर्ज हो रहा है।कुछ दुकानों पर तो शाम के समय सिपाही भी घूम रहे हैं। दुकान बंद कराने के बहाने घूमने वाले सिपाही भी फोटो खींच रहे हैं और चौकी या थाने पर आकर मिल लेने की बात कह रहे हैं। इस तरह दुकान खुलवाले तथा बंद कराने के नाम पर कमाई का यह एक धंधा भी बन गया है। घंटाघर में दुकानदार ने पुलिसवालों को समझाने की कोशिश की सिर्फ पासबुक लेने के लिए उसने दुकान खोली सामान बेचने को नहीं। सिपाही यह समझ भी रहे हैं पर दुकान खुली तो कार्रवाई का बहाना मिल गया। सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया कि निर्धारित समय से ज्यादा दुकान खोलने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने सहित अन्य मामलों में कैंट सर्किल में पिछले कुछ दिनों में 70 से ज्यादा केस दर्ज किए गए हैं। उल्लंघन करने वालों पर सख्ती के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। कहीं आप की दुकान की तो नहीं खींची गई है फोटो महामारी फैलाने, मजिस्ट्रेट के आदेश का उल्लंघन करने सहित अन्य धाराओं में दर्ज हो रही यह एफआईआर दंडनीय अपराध की श्रेणी में नहीं आता यही वजह है कि पुलिस भी केस दर्ज कर मामला कोर्ट तक पहुंचा दे रही है। अगर आप ने इसका उल्लंघन किया है या पुलिसवालों ने फोटो खींच कर एफआईआर करा दी है तो समय रहते जानकारी लेकर जुर्माना जमाकर इसे समाप्त करा लें अन्यथा कभी भी कोर्ट से नोटिस के रूप में यह जिन्न बोतल से बाहर आ सकता है और लम्बे समय बाद पता चलेगा कि आपके ऊपर लॉकडाउन उल्लघंन एक केस दर्ज है।कोरोना का संक्रमण रोकने को लेकर ही दोबारा लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज करके जो सख्ती की जा रही है वह इसीलिए कि लोगों में डर हो और दोबारा गलती न करें। रही बात फोटो खींच कर वसूली करने की तो इसकी जानकारी नहीं है, ऐसी शिकायत आती है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।- डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी

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