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गोरखपुर की एक चौथाई आबादी तंबाकू की लती

गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता पूर्वी यूपी में तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या में...

गोरखपुर की एक चौथाई आबादी तंबाकू की लती
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 31 May 2023 03:00 AM
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गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता

पूर्वी यूपी में तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या में इजाफा जारी है। गोरखपुर जिले का हर चौथा व्यक्ति इसका सेवन कर रहा है। इसमें पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हैं। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 के आंकड़े इसकी तस्दीक कर रहे हैं। सर्वे के मुताबिक जिले में 44.6 फीसद पुरुष तंबाकू के नशे का सेवन कर रहे हैं। महिलाएं भी यह शौक अपनाने में पीछे नहीं है। हालांकि पुरुषों के मुकाबले उनकी संख्या काफी कम है। जिले में करीब 6 फीसदी महिलाएं ही इस नशे का सेवन करती हैं।

पूर्वी यूपी में है सबसे ज्यादा मुंह का कैंसर

तंबाकू के नशे का सेवन पूर्वी यूपी में मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। जिले में लोग खैनी, गुटखा, सुर्ती, जर्दा, बीड़ी, हुक्का व सिगरेट के जरिए तंबाकू का सेवन करते हैं। इसके कारण मुंह के कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज, एम्स और सिनर्जी कैंसर संस्थान में ओरल कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा सर्जरी सिनर्जी में हो रही है। संस्थान के कैंसर सर्जन डॉ आलोक तिवारी ने बताया कि कैंसर सर्जरी में हर तीसरा मरीज मुंह के कैंसर का ही होता है। खास बात यह है कि पूर्वी यूपी कैंसर के 25 फीसदी मरीज ओरल कैंसर के होते हैं। उन्होंने लोगों से तंबाकू सेवन न करने की अपील की।

अवसाद के मरीज करने लगते हैं तंबाकू का सेवन

अवसाद, डिप्रेशन या एकांत में रहने वाले मरीज भी तंबाकू की लत के शिकार हो जा रहे हैं। मनोचिकित्सक के पास इलाज कराने वाले मरीज भी इस लत को नहीं छोड़ पा रहे हैं। इसके कारण डॉक्टरों को दवाओं की डोज बदलनी पड़ रही है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग के प्रो आमिल हयात खान ने बताया कि अवसाद, अकेलापन या सिजोफ्रेनिया के मरीजों में तंबाकू की लत अधिक देखने को मिलती है। यह अपने मन की भावनाएं दूसरे से व्यक्त नहीं कर पाते। ज्यादातर एकांत में रहते हैं। इस दौरान वह तंबाकू का सेवन करने लगते हैं। धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान भी वह इस नशे से दूर नहीं हो पा रहे हैं। उनको काउंसलिंग के जरिए प्रेरित किया जा रहा है।

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