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डाकिया अब घर पहुंचकर खोलेंगे बैंक खाता

ग्रामीण क्षेत्र में डाकिया घर पहुंच कर उन गरीब लोगों के खाते खोलेगा, जिनके अब तक किसी बैंक में खाते नहीं खुले हैं। घर पर ही डाकिया ऑन डिमांड पैसे जमा व निकासी भी कर के दे देगा। यह संभव होगा इंडिया...

डाकिया अब घर पहुंचकर खोलेंगे बैंक खाता
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरMon, 13 Aug 2018 10:13 PM
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ग्रामीण क्षेत्र में डाकिया घर पहुंच कर उन गरीब लोगों के खाते खोलेगा, जिनके अब तक किसी बैंक में खाते नहीं खुले हैं। घर पर ही डाकिया ऑन डिमांड पैसे जमा व निकासी भी कर के दे देगा। यह संभव होगा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से, जिससे सभी डाकखानों के डाकिया जुड़ चुके हैं। देश के अन्य आईपीपी बैंकों के साथ गोरखपुर मुख्यालय के प्रधान डाकघर में बने बैंक का भी शुभारंभ इसी दिन होगा। पीएमजी संजय सिंह फीता काटकर यहां के बैंक का शुभारंभ करेंगे।

सभी डाकखानों में खाते खुलेंगे और भविष्य में इन्हीं खातों में गरीबों को सरकार से मिलने वाली हर प्रकार की मदद की रकम भेजी जाएगी। सभी जिला मुख्यालयों पर बैंकिंग सुविधा देने के लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक बनकर तैयार हैं। जल्द ही इन्हें शुरू किया जाना है।

आईपीपी बैंक सभी गोरखपुर जोन के सभी जिला मुख्यालयों पर स्थित प्रधान डाकघर परिसर में बनाए गए हैं। सभी शाखाओं का काम पूरा हो चुका है। इनमें कर्मचारियों व अधिकारियों की नियुक्तियां कर पिछले महीने ही तैनात किया जा चुका है। गोरखपुर में कुल छह पद स्वीकृत हैं, जिनमें सभी ने पहुंच कर कार्यभार ग्रहण कर लिया है। बैंक केवल मुख्यालय पर ही खुलेंगे मगर बैंकिंग का काम सभी डाकघरों में होगा। यह काम डाकिया करेगा। बैंकिंक के सभी कार्यों के बारे में डाकिया को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

अंगूठे के निशान से खुलेगा खाता

डाकिया को पहले से पीओएस मशीन दिए जा चुके हैं। इनसे वह मनी आर्डर आदि के भुगतान दे रहा है। अब उन्हें इंटरनेट युक्त स्मार्ट फोन मिलेगा, जो बैंक मुख्यालय से जुड़ा होगा। डाकिया किसी के घर पहुंच कर उससे खाते के बारे में पूछेगा और यदि उसका खाता नहीं है तो न्यूनतम सौ रुपये से उसका खाता खोलेगा।

यदि व्यक्ति पढ़ा लिखा नहीं है तो भी उसकी फोटो व आधार कार्ड के आधार पर उसका खाता खुल जाएगा। जैसे मनी आर्डर के भुगतान पर अंगूठा लगाकर इसकी पुष्टि की जाती है, उसी तरह अंगूठा लगाकर वह खाता खुलने की पुष्टि कर देगा। इसके तत्काल बाद मोबाइल पर ही वाइस मैसेज आएगा, जिसे सुनकर वह आश्वस्त हो जाएगा कि उसका खाता खुल गया और खाते में कितने रुपये जमा हो गए हैं।

यही नहीं यदि इस व्यक्ति को बाद में खाते से रकम निकालनी है तो वह मोबाइल पर डाकिया को सूचना देगा, जिस पर डाकिया घर पहुंच कर रकम की निकासी भी करा देगा। जिन्हें खुद डाकघर पहुंचकर जमा या निकासी करनी है, वह नजदीक के डाकघर पहुंच कर खाते का संचालन कर सकते हैं।

सौ रुपये से सेविंग व हजार रुपये से खुलेगा करंट अकाउंट

डाकघर में खुल रहे आईपीपी बैंक लोन व एफडी छोड़ कर शेष सभी काम उसी तरह करेंगे, जिस तरह बैंकों में होते हैं। इन्हें डेबिट कार्ड भी सुविधा दी जाएगी। यहां सौ रुपये से सेविंग व मात्र एक हजार रुपये से करंट अकाउंट खोलने की सुविधा होगी। विभागीय सूत्रों का कहना है कि खाता खुलने की न्यूनतम राशि और घट सकती है, क्यों कि डाकघरों में खाते 50 रुपये से भी खोले जाते हैं। हालांकि अभी इस बारे में कोई निर्देश नहीं आया है।

गरीब व योजनाओं के पात्र लोगों का खाता खुलवाने पर जोर

गांव-गांव पहुंच कर खाता खोलने के पीछे अब तक बैंकिंग सुविधा से वंचित उन सभी गरीबों व बीपीएल परिवारों तक बैंकिंग सुविधा पहुंचाना है। सभी गरीब परिवारों के खाते खुल जाने के बाद भविष्य में सरकार से मिलने वाली सभी प्रकार की आर्थिक मदद की रकम भी इन्हीं खातों में भेजने की सरकार की योजना है।

आईपीपी बैंक बनकर तैयार है। विभाग के लोगों को प्रशिक्षण का काम पहले ही पूरा हो चुका है। मुख्यालय का निर्देश मिल गया है। 21 अगस्त से बैंक चालू कर दिया जाएगा। गोरखपुर में पीएमजी बैंक का शुभारंभ करेंगे।

डीबी त्रिपाठी, प्रवर अधीक्षक डाक

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