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नौ शहरियों ने बिजली इस्तेमाल कर छिपा ली 71 हजार यूनिट रीडिंग

सूरजकुंड कालोनी के मो. शमीमुल के बिजली मीटर की हर महीने बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडर रीडिंग करते रहे। मीटर रीडर ने इस माह 11,869 यूनिट दर्ज कर महज 500 यूनिट का बिल बनाया। बिजली अभियंताओं ने जांच की तो...

नौ शहरियों ने बिजली इस्तेमाल कर छिपा ली 71 हजार यूनिट रीडिंग
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरMon, 30 Nov 2020 03:02 AM
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सूरजकुंड कालोनी के मो. शमीमुल के बिजली मीटर की हर महीने बिलिंग एजेंसी के मीटर रीडर रीडिंग करते रहे। मीटर रीडर ने इस माह 11,869 यूनिट दर्ज कर महज 500 यूनिट का बिल बनाया। बिजली अभियंताओं ने जांच की तो पता चला कि वर्तमान में मीटर में 32,304 यूनिट खपज दर्ज है। इस तरह मीटर में 20,335 यूनिट रीडिंग स्टोर मिली। इसी प्रकार सूर्य विहार कालोनी, तिवारीपुर व महेवा के राय कालोनी में नौ घरों के बिजली मीटर में करीब 71 हजार यूनिट रीडिंग स्टोर मिलने से अभियंताओं के होश उड़ गए। जांच टीम ने इन सभी के कनेक्शन काटने के साथ ही ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम के माध्यम से स्टोर रीडिंग का बिल चार्ज कर दिया है। अब इन आरोपी उपभोक्ताओं को एक साथ हजारों रुपये का बिल भरना पड़ेगा।

जांच टीम में शामिल अभियंताओं का कहना है कि मीटर रीडरों पर लगातार कार्रवाई के बाद भी उनकी मनमानी कम नहीं हो रही है। कागजों में हर महीने बिजली का बिल बना रहे हैं। उपभोक्ताओं भी भरपूर बिजली इस्तेमाल कर मीटर रीडरों की मिलीभगत से रीडिंग छिपा ले रहे है। यही वजह है कि बिजली खपत के मुताबिक निगम को राजस्व नहीं मिलने से लाइन लास बढ़ा दिख रहा है। दरअसल पावर कारपोरेशन के निर्देश पर बिजली निगम के अभियंता हाईलास वाले फीडरों पर काम्बिंग अभियान चलाकर घर-घर जाकर बिजली चोरी पकड़ने के लिए बिजली मीटरों की जांच कर रहे हैं।

जांच में सूरजकुंड, सूर्यविहार कालोनी, तिवारीपुर व नार्मल क्षेत्र के नौ कनेक्शनों के बिजली मीटर में 71 221 यूनिट से अधिक रीडिंग स्टोर मिली। यदि सात रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिल बनाया जाए तो पांच लाख के राजस्व का बिजली निगम को चपत लगाने का मीटर रीडरों व उपभोक्ताओं के मिलीभगत का खेल समाने आया है। स्थानीय अधिकारी सम्बन्धित क्षेत्र के मीटर रीडरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बिलिंग एजेंसी के प्रबन्धक को पत्र भी लिखे है।

ये है रीडिंग छुपाने के आरोपी

-महेवा राय कालोनी के विनय कुमार द्विवेदी के मीटर की जांच हुई तो रीडिंग 19695 यूनिट मिली। मीटर रीडर ने सिर्फ 1515 यूनिट का ही बिल बनाया था। यानी 18180 यूनिट रीडिंग स्टोर मिली।

-महेवा नई कालोनी के धीरेन्द्र पाण्डेय के बिजली मीटर की जांच में रीडिंग 13690 यूनिट रीडिंग मिली। मीटर रीडर ने इस माह 6765 यूनिट दर्ज कर बिल बनाया था। यानि 6925 यूनिट रीडिंग स्टोर पाई गई।

-अधियारीबाग के सतीश जायसवाल के मीटर में 6621 यूनिट, सूर्य विहार कालोनी की श्रीमति संगीता खातून के मीटर में 2424 यूनिट, तिवारीपुर के शोहराब अहमद के मीटर में 10607 यूनिट, सूरजकुण्ड के जहीर अली के मीटर में 2017 यूनिट, आबिद अली के मीटर में 2417 यूनिट, व नरेन्द्र के बिजली मीटर में 1695 यूनिट रीडिंग स्टोर मिली है।

मीटर रीडरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद भी मीटर में बड़े पैमाने पर रीडिंग स्टोर के मामले मिल रहे हैं। एजेंसी के अफसरों को तलब कर स्पष्टीकरण लिया जाएगा। एजेंसी के प्रबन्धक को पत्र लिखकर मीटर रीडरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।

- ई. यूसी वर्मा, अधीक्षण अभियंता, नगरीय वितरण मण्डल

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