लेटलतीफी के कारण फेल हुआ ट्रेनों का नया टाइमटेबल
ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार करने की पूर्वोत्तर रेलवे की कवायद पहले दिन ही टांय-टांय फुस्स हो गई। ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण नई समय सारणी कागजी बन कर रह गई। इसके कारण यात्रियों को स्टेशन पर घंटों...
ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार करने की पूर्वोत्तर रेलवे की कवायद पहले दिन ही टांय-टांय फुस्स हो गई। ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण नई समय सारणी कागजी बन कर रह गई। इसके कारण यात्रियों को स्टेशन पर घंटों इंतजार करना पड़ा। पूर्वोत्तर रेलवे यात्रियों की सुविधा को बढ़ाने के साथ ही यात्रा के समय को कम करने की कवायद में लगा हुआ है।
इसके तहत 21 एक्सप्रेस और 21 सवारी ट्रेनों के समय बदलाव किया गया। रेलवे प्रशासन ने 21 एक्सप्रेस गाड़ियों के संचलन समय में 485 मिनट और 21 सवारी गाड़ियों के संचलन समय में 280 मिनट की बचत का दावा किया। इन ट्रेनों में जननायक, डाउन वैशाली, बाघ, जनसाधारण, आम्रपाली, जम्मूतवी, बिहार सम्पर्क क्रांति, कामख्या और सत्याग्रह एक्सप्रेस शामिल हैं। सभी ट्रेनों की टाइमिंग में पांच मिनट की कटौती की गई है।
डेढ़ घंटे वैशाली, सवा घंटे लेट रही सत्याग्रह
नई समय-सारणी लागू होने के बाद भी ट्रेनों की लेटलतीफी कम नहीं हुई। नई दिल्ली से बरौनी जाने वाली 12554 वैशाली एक्सप्रेस को बुधवार को सुबह 09.10 बजे देवरिया रवाना होना था। यह ट्रेन करीब डेढ़ घंटे लेट पहुंची। रक्सौल से दिल्ली जाने वाली 15273 सत्याग्रह एक्सप्रेस को बुधवार को दोपहर 3.30 बजे रवाना होना था। यह ट्रेन तय समय से करीब 70 मिनट लेट गोरखपुर पहुंची।
12565 बिहार संपर्क क्रांति भी नए समय पर रवाना नहीं हो सकी। इस ट्रेन को शाम 04.05 बजे रवाना होना था मगर यह 4.50 पर रवाना हो सकी। इसके अलावा 15707 आम्रपाली व 13019 हावड़ा-काठगोदाम बाघ एक्सप्रेस भी 30 मिनट लेट रही। सवारी गाड़ी भी अपने निर्धारित समय से देर से चली।
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन कोशिश कर रहा है कि ट्रेने लेट न हो। दूसरे जोन में ट्रेनें लेट हो रहीं हैं। फिर भी कोशिश की जा रही है कि ट्रेनों के संचलन को दुरूस्त की जाए।
संजय यादव, सीपीआरओ, पूर्वोत्तर रेलवे