ट्रेनों को डायवर्ट कर गोरखपुर जंक्शन का लोड कम कर करेगा एनईआर
गोरखपुर जंक्शन से ट्रेनों का बोझ कम करने और एक्सप्रेस ट्रेनों को बिना आउटर पर रोके दौड़ाने के लिए रेलवे ने नई कवायद शुरू कर दी है। मालगाड़ियों को जगतबेला स्टेशन से ही डाइवर्ट कर कप्तानगंज रूट से...
गोरखपुर जंक्शन से ट्रेनों का बोझ कम करने और एक्सप्रेस ट्रेनों को बिना आउटर पर रोके दौड़ाने के लिए रेलवे ने नई कवायद शुरू कर दी है। मालगाड़ियों को जगतबेला स्टेशन से ही डाइवर्ट कर कप्तानगंज रूट से निकालने की तैयारी है। इससे गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का बोझ तो कम होगा ही यात्री ट्रेनें काफी हद तक राइट टाइम हो जाएंगी। इसे मूर्त रूप देने के लिए जगतबेला से बाईपास कप्तानगंज की तरफ नई रेल लाइन बिछाने की तैयारी है। इससे मालगाड़ियां गोरखपुर आए ही बिना ही लखनऊ और बिहार की ओर निकल जाएंगी।
इस सम्बंध में पूर्वोत्तर रेलवे ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है। इससे लखनऊ से बिहार और बिहार से लखनऊ की ओर जाने वाली सभी मालगाड़िया आराम से बिना गोरखपुर आए ही निकल जाएंगी।
वर्तमान में गोरखपुर से गुजरती हैं करीब 60 ट्रेनें
बीते तीन सालों में गोरखपुर के रास्ते गुजरने वाली मालगाड़ियों की संख्या में 30 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो गई। वर्तमान में रोजाना करीब 50 मालगाड़ियां गोरखपुर से गुजर रही हैं। एक मालगाड़ी के गोरखपुर जंक्शन से निकलने के समय तक आगे और पीछे की लाइन उतनी देर के लिए ब्लॉक हो जाती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए जगतबेला से बाईपास नई लाइन बिछाने की तैयारी है।
जंक्शन पर क्षमता से 50 फीसदी अधिक हैं गाड़ियां
गोरखपुर जंक्शन पर वर्तमान समय में क्षमता से 50 फीसदी अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। क्षमता से अधिक गाड़ियां होने के कारण आए दिन आउटर पर ट्रेनें खड़ी हो जाती हैं। इससे सर्वाधिक असुविधा यात्रियों को होती है।
वर्तमान में गोरखपुर जंक्शन
जंक्शन से गुजरने और बनकर जाने वाली ट्रेनों की संख्या-169
रोजाना सफर करने वाले यात्रियों की संख्या---------लगभग 50 हजार
जंक्शन पर प्लेटफार्मों की कुल संख्या-------------10