नव संवत्सर पर पथ संचलन, गूंजे राष्ट्रभक्ति के नारे
नव संवत्सर के उपलक्ष्य में आरएसएस के तत्वावधान में पथ संचलन किया। शहर में हर साल की तुलना में इस बार पथ संचलन बड़े रूप में निकला। स्वयंसेवकों ने कदमताल करके राष्ट्र भक्ति के नारे लगाए। भारतीय नव वर्ष...
नव संवत्सर के उपलक्ष्य में आरएसएस के तत्वावधान में पथ संचलन किया। शहर में हर साल की तुलना में इस बार पथ संचलन बड़े रूप में निकला। स्वयंसेवकों ने कदमताल करके राष्ट्र भक्ति के नारे लगाए।
भारतीय नव वर्ष संवत् 2075 प्रतिपदा एवं राट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव राव बलिराम हेडगेवार के जन्मदिवस पर आरएसएस दक्षिणी भाग महानगर गोरखपुर ने रविवार को पथ संचलन का निकाला। महाराणा प्रताप इंटर कालेज के प्रांगण में सैकड़ों की संख्या में आए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्यों ने पूर्ण गणवेश में अपने लयात्मक पथ संचलन से सभी का ध्यान आकृष्ट किया। पथ संचलन में झाकियां भी शामिल थी। एमपी इंटर कालेज प्रांगण से निकला पथ संचलन शहर के विभिन्न हिस्सों से होता हुआ पुन: एम पी इंटर कालेज में विसर्जित हो गया।
क्षेत्र कार्यवाह रामकुमार ने कहा कि बौद्धिक के दौरान स्वयंसेवकों से कहा कि वैश्विक चुनौतियों का जवाब देने के लिए अंग्रेजी पढ़ना है लेकिन अपनी भारतीय संस्कृति, सभ्यता और भाषा को कभी भूलना नहीं है। उन्होंने बताया कि हिन्दू धर्म का नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन शुरू होता है। पथ संचलन इसकी पूर्व संध्या पर आयोजित होता है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही सम्राट विक्रमादित्य का राज्य स्थापित हुआ था। भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के रूप में भी इसे मनाया जाता है। स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना इसी दिन की थी। संघ संस्थापक डा. हेडगेवार का जन्मदिन भी इसी दिन हुआ था। कार्यक्रम में विभाग प्रचारक बैरिस्टर भी उपस्थित रहे। पथ संचलन की शुरूआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डा. केशव राव बलीराम हेडगेवार के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के बाद हुई। सभी स्वयंसेवकों ने संघ के ध्वज को प्रमाण किया और पथ संचलन के समापन पर संघ प्रार्थना गाया। इस दौरान आत्मा सिंह, सौरभ मिश्र, अभिषेक, अरूण मल्ल, शैलेष, अखिलेश्वर समेत अन्य उपस्थित रहे।