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सीएम के हाथों सम्मानित हुई प्रगतिशील किसान ममता और मंजू

प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ उठा वाली प्रगतिशील किसान ममता त्रिपाठी एवं मंजू पाण्डेय को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में सम्मानित किया। सीएम ने कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा...

सीएम के हाथों सम्मानित हुई प्रगतिशील किसान ममता और मंजू
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,गोरखपुर Mon, 21 Oct 2019 10:18 PM
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प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ उठा वाली प्रगतिशील किसान ममता त्रिपाठी एवं मंजू पाण्डेय को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में सम्मानित किया। सीएम ने कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रगतिशील महिला किसानों का हौसला बढ़ाने पर खुशी भी जाहिर किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी शामिल रहे। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने आवास पर मिलियन फार्मर्स स्कूल के पांचवें संस्करण के शुरुआत पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने महिला किसानों को ट्रैक्टर की चाभी सौंप सम्मानित किया। दोनों प्रगतिशील महिला किसानों के सम्मान पर संयुक्त कृषि निदेशक डॉ ओमबीर सिंह, उप निदेशक कृषि डॉ संजय सिंह ने हर्ष व्यक्त किया है। 

किसानों की कृषि आय बढ़ाने में मदद करेंगे कस्टम हायरिंग सेंटर: ममता 
पिपराइच विकास खण्ड के ग्राम इस्लामपुर निवासी ममता त्रिपाठी पत्नी अष्टभुजा त्रिपाठी ने कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना की है। 1794880 रुपये की इस परियोजना में उन्हें 976288 रुपये का अनुदान मिला है। शेष के लिए योजना के प्रावधान के मुताबिक यूनियन बैंक आफ इंडिया सिविल कोर्ट शाखा ने वित्त पोषण किया है। ममता ने बताया कि गेहूं , धान और गन्ना की उन्नत खेती के अलावा फसल अवशेष को न जलाने के प्रति भी सजह रहती हैं। वे कहती है कि कस्टम हायरिंग बैंक में मिले कृषि यंत्रों जरिए फसल अवशेष को खेत में ही इस्तेमाल कर जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी। कहती है कि केंद्र में कई तरह के यंत्र है जिन्हें किराएं पर लेकर किसान अपना उत्पादन बढ़ा सकेंगे। उनकी स्वयं की आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।

महिला समूहों की बढ़ाएंगे आय: मंजू पाण्डेय
दूसरी ओर जंगल कौड़िया विकास खण्ड निवासी मंजू पाण्डेय महिला कल्याण स्वयं सहायता समूह संचालित करती हैं। महिलाओं का यह समूह अब तक अचार, मुरब्बा, सत्तू, भूजिया चावल बना कर क्षेत्रीय बाजार और विकास भवन स्थित सरस केंद्र से बिक्री करता है। लेकिन कृषि विभाग के अधिकारियों की प्रेरणा से फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना की है। समूह को इस बैंक के लिए परियोजना लागत 1500000 रुपये पर 12,00,000 अनुदान (80फीसदी) मिला है। पूर्वांचल बैंक की सरहरी शाखा ने इस बैंक को वित्तीय मदद की है। मंजू पाण्डेय कहती हैं कि उनका समूह खाद्य प्रसंस्करण का कार्य करता रहेगा, साथ ही किसानों को फार्म मशीनरी बैंक भी किराए पर उपलब्ध कराएगा। इससे फसल उत्पादन में वृद्धि होगी, फसल अवशेष के प्रबंधन के साथ महिला समूह की आय भी बढ़ेगी। 

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