ट्रांजिट रिमांड पर ले गई मध्य प्रदेश पुलिस
बैंक खातों से फिशिंग से जरिये रुपये उड़ाने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को ट्रांजिट रिमांड पर मध्यप्रदेश पुलिस अपने साथ ले गई। गोरखपुर एसटीएफ और मध्य प्रदेश पुलिस ने संयुक्त रूप से उन्हें दबोच था।...
बैंक खातों से फिशिंग से जरिये रुपये उड़ाने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को ट्रांजिट रिमांड पर मध्यप्रदेश पुलिस अपने साथ ले गई। गोरखपुर एसटीएफ और मध्य प्रदेश पुलिस ने संयुक्त रूप से उन्हें दबोच था। पकड़े गए आरोपितों में एक महिला भी शामिल है। उसी के नाम से गिरोह ने अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवाया था। दो अन्य युवकों का पुलिस को नाम पता चला है कि दोनों दिल्ली से फिशिंग के जरिये खातों में रकम ट्रांसफर करते थे।
मध्य प्रदेश के कुछ खातों से ईमेल आईडी हैक कर रुपये ट्रांसफर कर लिए गए थे। मध्यप्रदेश की साइबर टीम जांच में जुटी थी। जांच में पता चला कि गोखपुर के राजघाट इलाके में स्थित स्टेट बैंक में सैय्यद बेगम नामक एक महिला के खाते में यह रकम ट्रांसफर की गई है। मध्यप्रदेश की साइबर टीम ने इस मामले में यूपी एसटीएफ से मदद मांगी जिसके बाद गोरखपुर एसटीएफ इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह को टीम के साथ लगाया गया। मुखबिर की सूचना पर टीम ने महिला थाने की पुलिस के साथ मिलकर सैय्यद बेगम को स्टेट बैंक के सामने अमरूद मंडी से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपने अन्य साथियों का नाम बताया।
सैय्यद बेगम की निशानदेही पर पुलिस ने परवेज अहमद को रुस्तमपुर ढाला के पास से गिरफ्तार किया। वहीं परवेज की निशानदेही पर गयासुद्दीन खान और आशीष जायसवाल को घोषीपुरवा प्राइमरी स्कूल के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि गयासुद्दीन और आशीष ही गैंग चालते हैं। इनके दो साथी अकरम और प्रतीक दिल्ली से फिशिंग के जरिए खाते में पैसा ट्रांसफर करते तो यह पैसा निकलवाते थे।