ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरसावन का अंतिम सोमवार: भांग, धतूरा, बेलपत्र के साथ भक्‍तों ने किया जलाभिषेक

सावन का अंतिम सोमवार: भांग, धतूरा, बेलपत्र के साथ भक्‍तों ने किया जलाभिषेक

सावन के अंतिम सोमवार पर गोरखपुर के शिव मंदिरों में ब्रह्ममुहूर्त से ही हर-हर महादेव और बोलबम के जयकारे गूंज रहे हैं। श्रद्धालुओं ने सुबह तीन बजे ही मंदिरों पर पहुंचकर कतार लगा ली थी। कपाट खुलते ही...

सावन का अंतिम सोमवार: भांग, धतूरा, बेलपत्र के साथ भक्‍तों ने किया जलाभिषेक
हिन्‍दुस्‍तान संवाद ,गोरखपुर Mon, 12 Aug 2019 10:55 AM
ऐप पर पढ़ें

सावन के अंतिम सोमवार पर गोरखपुर के शिव मंदिरों में ब्रह्ममुहूर्त से ही हर-हर महादेव और बोलबम के जयकारे गूंज रहे हैं। श्रद्धालुओं ने सुबह तीन बजे ही मंदिरों पर पहुंचकर कतार लगा ली थी। कपाट खुलते ही भक्‍तों ने भगवान भोलेनाथ को फूल, बेलपत्र, जल, दूध, दही, घी, भांग, धतूरा आदि चढ़ाकर पूजा-अर्चना की।

महादेव झारखंडी में श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। जल चढ़ाने के लिए महिलाओं और पुरुषों की अलग-अलग लंबी लाइनें लगी रहीं। पुलिस प्रशासन बल लगातार श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में जुटा रहा। इसके अलावा नागरिक सुरक्षा कोर के सदस्यों ने भी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में सहायता की। श्रद्धालुओं ने आरती और हवन किए। कुछ श्रद्धालुओं ने रुद्राभिषेक यज्ञ व पुरोहितों से कथा भी सुनी।

मुक्तेश्वर नाथ मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी रही। स्वयंसेवी श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में जुटे रहे। साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जा रहे पूजन सामग्री को लगातार व्यवस्थित ढंग से स्वयंसेवकों द्वारा हटाया जा रहा था। इसके अलावा पुलिस प्रशासन बल भी श्रद्धालुओं की सहायता में जुटा रहा। दर्शन के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य की आराधना करते हुए जल चढ़ाया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर की परिक्रमा कर प्रार्थना की। 

गोरखनाथ मंदिर में भी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। स्वयंसेवी श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में जुटे रहे। दर्शन के लिए महिलाओं व पुरुषों की अलग-अलग लाइन लगी हुई थी। सावन के अंतिम सोमवार होने के चलते दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी रही। जेल बाईपास रोड स्थित मुक्तेश्वर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। मोगलहा व बरगदवा स्थित शिव मंदिर पर श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से पूजा की।

चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस की टीम
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शहर के विभिन्न चौराहों व शिवालयों पर पुलिस प्रशासन बल तैनात नजर आया। कावड़ियों के आवागमन के लिए विभिन्न रूटों पर पुलिस तैनात रही। सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस की टीम मौजूद रही। झारखंडी मंदिर में श्रद्धालुओं को जलाभिषेक करने के लिए पुलिस तैनात रही। महिला दर्शनार्थियों के लिए महिला टीम भी तैनात नजर आई। सभी प्रमुख चौराहों पर पुलिस टीम तैनात रही। इसके अलावा पुलिस की कई टीमें व अधिकारी गश्त करते हुए नजर आए।   

नागरिक सुरक्षा कोर टीम व मंदिर समिति भी जुटी रही
झारखंडी मंदिर पर श्रद्धालुओं को जलाभिषेक कराने के लिए नागरिक सुरक्षा कोर की टीम भी लगी रही। इस दौरान 10 लोगों की टीम हर 6 घंटे के लिए लगाई गई है। श्रद्धालुओं को लाइन लगाने से लेकर दर्शन कराने तक की जिम्मेदारी को नागरिक सुरक्षा कोर टीम ने बखूबी निभाया। इसके अलावा महादेव झारखंडी शिव मंदिर सेवा समिति के लोगों ने श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। साथ ही समिति के सदस्य लगातार साफ-सफाई व श्रद्धालुओं को दर्शन करने में मदद करते हुए दिखाई दिए।

कांवडि़यों ने किया जलाभिषेक 
सावन के दूसरे सोमवार को भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए कावड़ियों ने बड़हलगंज सरजू नदी से जल भरा। इसके बाद कावड़ियों का जत्था अलग-अलग टुकड़ियों में जलाभिषेक के लिए रवाना हुआ। पिपराइच, कैम्पियरगंज, झारखंडी, रूद्रपुर आदि स्थानों पर स्थित प्राचीन मंदिरों  में जल चढ़ाने के लिए श्रद्धालु पहुंचे। मंदिरों में भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए कावड़ियों का मेला लगा रहा। डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए कावड़ियों का जत्था मंदिरों में जल चढ़ाने पहुंचा।  

साफ-सफाई के लिए नगर निगम के सफाई कर्मचारी जुटे रहे
शहर के सभी प्रमुख मंदिरों में नगर निगम के सफाई कर्मचारी मुस्तैदी से नजर आए। हर तरफ कर्मचारी सफाई करते हुए नजर आए। कर्मचारियों द्वारा मंदिरों से निकाले गए पूजन सामग्रियों को यथा स्थान व्यवस्थित ढंग से ले जाया गया। हर मंदिर पर दो से तीन की संख्या में सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।  

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें