अभी सांकेतिक बहिष्कार, 26 से ई-डिस्ट्रिक करेंगे ठप
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपालों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस क्रम में लेखपाल संघ ने मंगलवार को आयोजित तहसील समाधान दिवस का बहिष्कार किया और...
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर आठ सूत्रीय मांगों को लेकर लेखपालों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस क्रम में लेखपाल संघ ने मंगलवार को आयोजित तहसील समाधान दिवस का बहिष्कार किया और सुबह 10 से 2 बजे तक काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। दो बजे के बाद पहले की तरह काम शुरू कर दिया।
संघ के जिलाध्यक्ष नीलकण्ठधर दुबे ने बताया कि 25 जून तक काली पट्टी बांधकर सिर्फ विरोध जताया जाएगा। कोई सरकारी कार्य बाधित नहीं किया जाएगा। इस दौरान अगर सरकार ने मांगी नहीं मानी तो 26 से ई-डिस्ट्रिक का काम पूरी तरह से ठप कर देंगे। मसलन 26 जून से आय, निवास, जाति या किसी भी अन्य प्रकार के प्रमाण पत्र पर रिपोर्ट नहीं लगाएंगे। यह क्रम दो जुलाई तक चलता रहेगा। दो जुलाई तक भी बात नहीं बनी तो तीन जुलाई से पूरा सरकारी ठप कर हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
मंगलवार को विरोध करने वालों में दिनेश कुमार, पंकज, रमाशंकर, हरिप्रकाश श्रीवास्तव, जगदीश प्रसाद, विनय श्रीवास्तव, रामकेवल सिंह, संदीप यादव, सुनील सिंह, दिनेश शर्मा, प्रेमचन्द्र यादव, रामफल, अनिल, बालाजी, विनोद, रामानन्द, रामसूरत, गंगा सिंह, सुदामा वर्मा और जयदेव सिंह मुख्य रूप से शामिल थे।
ये हैं प्रमुख मांगे
-प्रारम्भिक ग्रेड पे-2800 किया जाए
-एसीपी विसंगति दूर की जाए
-विशेष वेतन भत्ता 1500 रुपये, मोटर साइकिल भत्ता 2000 और स्टेशनरी भत्ता 750 रुपये किया जाए।
-ई-डिस्ट्रिक, ई-गर्वनेन्स एवं डिजिटल इण्डिया को क्रियान्वित करने के लिए -लैपटाप व स्मार्टफोन दिया जाए
-प्रोन्नित के अवसर को बढ़ाया जाए साथ ही समय-समय पर डीपीसी की जाए
-आधार भूत सुविधाओं के साथ संसाधन उपलब्ध कराए जाएं