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अतीक के साथ रहे बंदियों का रिकार्ड खंगाल रहा जेल प्रशासन

देवरिया जिला कारागार के बैरक नम्बर सात में अतीक अहमद के साथ रहे उसके गुर्गे और चेलों की कुंडली जेल प्रशासन खंगाल रहा है। जेल में बंद लोगों को बयान कृष्णा नगर इंस्पेक्टर ने जनवरी माह में लिया था। घटना...

अतीक के साथ रहे बंदियों का रिकार्ड खंगाल रहा जेल प्रशासन
अनुग्रह नारायण शाही ,देवरियाMon, 17 Jun 2019 01:29 PM
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देवरिया जिला कारागार के बैरक नम्बर सात में अतीक अहमद के साथ रहे उसके गुर्गे और चेलों की कुंडली जेल प्रशासन खंगाल रहा है। जेल में बंद लोगों को बयान कृष्णा नगर इंस्पेक्टर ने जनवरी माह में लिया था। घटना की सीबीआई  जांच शुरु होने से जेल प्रशासन परेशान है। सीबीआई जांच के लिए जिला कारागार में पहुंच कर  ऐसे सभी लोगों की जानकारी मांग सकती है, जो बैरक नम्बर सात में रहते थे। इसमें से कुछ जमानत पर बाहर आ चुके हैं।  

जेल में हुई घटना के चश्मदीदों का बयान दर्ज करेगी सीबीआई
अतीक से मिलने वालों का भी ब्यौरा किया जा रहा तैयार

लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल को अतीक के गुर्गो ने लखनऊ से अपहरण कर 26 दिसंबर को जिला कारागार ले कर आए थे। जेल के अंदर तीन घंटे तक अतीक के गुर्गा सिद्दकी के साथ मोहित जिला कारागार के बैरक में रहा था। जेल के बैरक नम्बर सात में अतीक अप्रैल 2017 से रह रहा था। उसके गुर्गे और दर्जनों चेला भी उस बैरक में रहते थे। ये हमेशा अतीक की सेवा में जुटे रहते थे। अतीक की बैरक में दो दर्जन से अधिक लोग रहते थे। वहां उनकी खान-पान समेत अन्य सभी चीज की व्यवस्था अतीक अहमद करता था। 

इसकी पुष्टि अधिकारियों की छापेमारी में हुई थी। अधिकारियों के साथ बैरक में पहुंचने पर एक दर्जन से अधिक युवक उसके साथ कमरे में मौजूद मिले थे।  जेल में रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल की पिटाई व सम्पत्ति हड़पने के मामले की विवेचना कर रहे लखनऊ के कृष्ण नगर के थानेदार जिला कारागार पहुंच कर बैरक और घटना के बारे में पूछताछ किया था। अब सीबीआई ने लखनऊ में मुकदमा दर्ज करने के लिए साथ मामले की जांच शुरु कर दी है। इससे जेल प्रशासन के हाथ पाव फूल गए हैं। जेल प्रशासन पिछले कुछ दिनों से सभी रिकार्ड ठीक कर रहा है। जिससे सीबीआई के सभी सवालों का जबाब दिया जा सके। 

सीसीटीवी फुटेज की भी सीबीआई कर सकती है जांच
जिला कारागार में लगे सीसी टीवी फुटेज की भी सीबाई नए सिरे से जांच कर सकती है। घटना के दिन 26 दिसंबर की सीसी टीवी फुटेज से छेड़छाड़ की बात अधिकारियों की छापेमारी में सामने आई थी। तब इसे रिकवर करने के लिए टीम के सदस्यों ने एक्सपर्ट को बुलाया गया था। लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद सर्विलांस सेल और साइबर सेल को डिलीट फुटेज की रिकवरी किया था। अब इस फुटेज की नए सिरे से जांच भी सीबीआई कर सकती है।  

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