औद्योगिक सोच के लिए आम जन तक विचार पहुंचाना जरूरी : कुलपति
-सेंट एंड्रयूज कॉलेज में राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बोलीं कुलपति 13 13 13 13 13 13 13...

गोरखपुर, निज संवाददाता।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि विज्ञान के विषय अलग नहीं होते हैं। हम अपनी सुविधा के लिए उन्हें अलग-अलग बांटकर पढ़ाते और और पढ़ते हैं। इसके पीछे का लक्ष्य विज्ञान को आमजन तक पहुंचाना होता है।
कुलपति मंगलवार को सेंट एंड्रयूज कॉलेज में ‘इनोवेशन एंड इंटरप्रेन्योरशिपः ए मैजिक बुलेट टू इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन थ्रू एडवांसमेंट इन बायोलॉजिकल, केमिकल, फिजिकल एंड मैथमेटिकल साइन्सेज विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जब तक वैज्ञानिक विचार आमजन तक नहीं पहुंचेगा तब तक हमारी सोच औद्योगिक नहीं होगी। ऐसा होने पर ही विज्ञान की सामाजिक उपयोगिता सिद्ध होगी। उन्होंने अनुसंधान को पेटेंट कराने पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि डीडीयू के कुलसचिव प्रो. शांतनु रस्तोगी ने कहा कि अलग-अलग विषय पर होने वाली निरंतर संगोष्ठियों से प्रतिभाओं को मंच मिलता है और वह नवाचार व अनुसंधान के लिए प्रेरित होते हैं। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. अश्वनी मिश्र ने कृषि में नवाचार पर जोर दिया। कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है लेकिन जीडीपी में उसका योगदान 16-18 प्रतिशत ही है, उसमें भी पशुधन का योगदान ज्यादा है। कृषि मे इनोवेशन की ज्यादा आवश्यकता है।
संगोष्ठी को डीडीयू के भौतिक विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सुग्रीव नाथ तिवारी और अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के प्रो. नंदकिशोर मोरे ने भी संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत प्राचार्य प्रो. रैना निवेदिता सैमुअल ने किया। इस दौरान प्रो. सीपी गुप्ता, प्रो. शमशाद अहमद खान, प्रो. जेवियर मारिया राज, डॉ. जेके पांडेय, प्रो. हरिओम गुप्ता आदि मौजूद रहे। संचालन प्रो. एसडी शर्मा ने किया।
