निमोनिया से होगा मासूमों का बचाव, अगस्त में लगेगा टीका
जिले के नवजातों की जान अब निमोनिया से नहीं जाएगी। बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीका लगेगा। सरकार ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। अगस्त के पहले हफ्ते से टीका अस्पताल...
जिले के नवजातों की जान अब निमोनिया से नहीं जाएगी। बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीका लगेगा। सरकार ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। अगस्त के पहले हफ्ते से टीका अस्पताल में उपलब्ध हो जाएगा।
बाजार में इसके एक डोज की कीमत करीब 2000 रुपये हैं। एक साल तक के बच्चों को इस टीके के तीन डोज लगने हैं। निमोनिया से बचाने के लिए न्यूमोकॉकल वैक्सीन दो साल से प्रदेश के पांच जिलों में ट्रॉयल के तौर पर प्रयोग की जा रही थी। इसमें पूर्वी यूपी का सिद्धार्थनगर शामिल है। वैक्सीन के ट्रॉयल के परिणाम आशा के अनुरूप रहे। जिसके बाद सरकार ने अब सभी जिलों में यह वैक्सीन लगाने की हरी झंडी दे दी है।
निमोनिया वैक्सीन के लिए कर्मचारियों की ट्रेनिंग शुरू हो गई है। यह ट्रेनिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों चल रही है। एक हफ्ते में वैक्सीन की पहली खेप आ जाएगी। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एनके पांडेय ने बताया की बच्चों में मौत की एक बड़ी वजह निमोनिया है। आठ अगस्त को इसका विधिवत उद्घाटन होगा। बच्चों को पहली डोज दी जाएगी। बच्चों के जन्म के डेढ़ महीने पर इसका पहला डोज लगता है। नवजात की उम्र साढ़े तीन महीने पर दूसरा डोज लगेगा। नौंवे महीने पर इसका बूस्टर डोज लगता है। इस प्रतिरक्षण के बाद अब निमोनिया से बच्चों की होने वाली मौतों का ग्राफ गिरेगा।