डॉक्टरों की लापरवाही से कटा मासूम का हाथ
प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही मासूम के लिए भारी पड़ी। बुधवार को मासूम का हाथ काटना पड़ा। कुशीनगर के रहने वाले राजेश ने सीएमओ को शिकायती पत्र देते हुए कहा कि करीब एक महीने पूर्व नौ वर्षीय...
प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही मासूम के लिए भारी पड़ी। बुधवार को मासूम का हाथ काटना पड़ा। कुशीनगर के रहने वाले राजेश ने सीएमओ को शिकायती पत्र देते हुए कहा कि करीब एक महीने पूर्व नौ वर्षीय पुत्र अंशु का हाथ टूटा।
उसने झोलाछाप से बेटे के हाथ का प्लास्टर कराया। आठ दिन बाद पक्का प्लास्टर कराने पहुंचा तो देखा की बेटे के हाथ में फफोले पड़ गए हैं। तीन जनवरी को बेटे को महानगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। एक महीना मासूम भर्ती रहा। इस दरम्यान अस्पताल ने 80 हजार रुपये वसूले। इसके बाद मासूम को अस्पताल ने तीन फरवरी को रेफर कर दिया।
राजेश बेटे को लेकर बीआरडी मेडिकल कालेज पहुंचा। वहां डॉक्टरों ने बताया कि बेटे का हाथ काटना पड़ेगा। बुधवार को ऑपरेशन किया गया।
प्रभारी सीएमओ डॉ. आईवी विश्वकर्मा ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मामला है। इसकी जांच कराई जाएगी। पीड़ित पक्ष से संबंधित दस्तावेज मांगे जाएंगे एवं आरोपी अस्पताल को नोटिस भेजकर उसका पक्ष लिया जाएगा। जांच में अगर अस्पताल प्रबंधन दोषी पाया जाएगा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजेश इस मामले की शिकायत मंडलायुक्त और एडी हेल्थ से करने की तैयारी में है।