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मजदूरों की संख्या बढ़ा कर एम्स के निर्माण कार्य में लाएं तेजी: कमिश्नर

कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर का निर्माण मजदूरों की संख्या को बढ़ा कर तेजी से पूर्ण कराया जाए। एम्स का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद इसके सम्पूर्ण...

मजदूरों की संख्या बढ़ा कर एम्स के निर्माण कार्य में लाएं तेजी: कमिश्नर
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSat, 26 Sep 2020 03:35 AM
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कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर का निर्माण मजदूरों की संख्या को बढ़ा कर तेजी से पूर्ण कराया जाए। एम्स का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद इसके सम्पूर्ण संचालन से न केवल गोरखपुर बल्कि आस पास के क्षेत्रों के लोगों को भी और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

कमिश्नर शुक्रवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के निर्माण कार्यों की प्रगति को लेकर प्रभारी जिलाधिकारी इंद्रजीत सिंह, निदेशक एम्स, संयुक्त विकास आयुक्त एवं कार्यदायी संस्था हाईट्स एवं एलएण्डटी के अधिकारियों के साथ एम्स के मीटिंग हाल में बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण का निर्माण कार्य समय से पूर्ण करके एम्स प्रशासन को उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने हाईट्स के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्यों का पाक्षिक चार्ट बनाकर उपलब्ध कराएं। उन्होंने कई कार्यों के विलम्ब पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कार्य में तेजी लाने और गुणवत्ता की जांच थर्ड पार्टी राइट्स के द्वारा समय समय पर कराने का निर्देश दिया। इसके उपरान्त मण्डलायुक्त ने 300 बेडे के निर्माणाधीन वार्ड का भी निरीक्षण कर कार्यों को गुणवत्ता को देखा।

अप्रैल 2020 में पूरा होना था निर्माण कार्य

सेवा शर्तों के अनुसार एम्स का सम्पूर्ण निर्माण कार्य अप्रैल 2020 तक पूरा कर लिया जाना था। लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब यह समय सीमा बढ़ाकर जून 2021 कर दी गई है।

आइपीडी भवन तैयार नहीं होने से चिकित्सा प्रभावित

एम्स में इसी साल जुलाई से आइपीडी की सेवा प्रारम्भ होनी थी लेकिन भवन का निर्माण पूरा नहीं होने से मरीजों को आंतरिक चिकित्सा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस सम्बन्ध में डीएमएस गौरव गुप्ता ने बताया कि भवन निर्माण में देरी एवं आक्सीजन पाइपलाइन के तैयार नहीं होने से अब आइपीडी की सेवा 2021 में ही शुरू हो पाएगी।

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