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प्रदेश में तीन साल में रासुका के 20 मामलों पर मुहर, इनमें 15 गोरखपुर के

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता अपराधियों को उनके सही अंजाम तक पहुंचाने में गोरखपुर पूरे प्रदेश...

प्रदेश में तीन साल में रासुका के 20 मामलों पर मुहर, इनमें 15 गोरखपुर के
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरMon, 27 Dec 2021 04:02 AM
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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

अपराधियों को उनके सही अंजाम तक पहुंचाने में गोरखपुर पूरे प्रदेश में सबसे आगे है। जी हां बीते तीन साल में पूरे प्रदेश में गोरखपुर सर्वाधिक अपराधियों पर रासुका लगाने वाला जिला बन गया है।

बीते तीन साल में पूरे प्रदेश से आए 126 रासुका मामलों में 20 को ही अंतिम रूप से मंजूरी मिली। इन मामलों में सबसे अधिक 15 मामले गोरखपुर से हैं, जिन पर रासुका लगाया गया है। इन सभी 15 मामलों को राज्य एडवाइजरी बोर्ड के बाद हाई कोर्ट एडवाइजरी और फिर सेंट्रल से मंजूरी मिल चुकी है। प्रदेश से गए 122 में 106 रासुका के मामले को हाईकोर्ट एडवाइजरी बोर्ड ने खारिज कर दिया है।

गोरखपुर से जिन 15 रासुका के मामलों में मंजूरी मिली है उनमें दो दर्जन से ज्यादा आरोपी हैं। इन सभी ने एक से बढ़कर एक कुख्यात घटना को अंजाम दिया है। इन मामलों में हत्या, अगवा कर मासूम की हत्या, नबालिक बच्ची के रेप, घर में घुस कर गोली मारना और जाली नोट का धंधा तक शामिल है।

पूर्व प्रधान की हत्यारोपी पर लगा रासुका

गुलरिहा के नरायनपुर के पूर्व प्रधान व भाजपा के सेक्टर प्रभारी बृजेश सिंह की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी जितेन्द्र सिंह पर रासुका तामील किया जा चुका है। वर्तमान में आरोपी जितेन्द्र सिंह मऊ जेल में बंद है और वहां रासुका तामील कराया जा चुका है। बीते 2 अप्रैल को बीजेपी नेता और पूर्व प्रधान बृजेश सिंह की गोली मारकर हत्या हुई थी। इस मामले में पुलिस ने कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया था लेकिन पूछताछ के बाद उनकी संलिप्ता नहीं पाने पर उनको छोड़ दिया गया था। हालांकि पुलिस और क्राइम ब्रांच जांच में लगी रही जिससके लगी हुई थी। इस दौरान जांच पड़ताल में रामसमुझ का नाम सामने आया था।

पिपराइच में मासूम की हत्या का मामला सबसे अधिक चर्चित

26 जुलाई 2020 में जंगल छत्रधारी गांव के मिश्रौलिया टोला निवासी किराना व्यापारी महाजन गुप्ता के बेटे व पांचवीं के छात्र बलराम का अपहरण करने के बाद पिता के पास फोन कर एक करोड़ की फिरौती मांगी थी। पुलिस को घटना की जानकारी होने पर आरोपितों ने पकड़े जाने के डर से गला दबाकर अपहृत मासूम की हत्या कर दी थी। रात में ही शव को बोरे में भरकर तुर्रा नाला के किनारे फेंक दिया था। पुलिस घटना का पर्दाफाश कर बच्चे का शव बरामद कर घटना में शामिल अजय गुप्ता, दयानंद, मुन्ना चौहान समेत 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

घात लगाकर की प्रधान प्रत्याशी की हत्या

पंचायत चुनाव के दौरान बेलीपार इलाके के चंदौली गांव में निवर्तमान प्रधान अखिलेश सिंह और उनके साथियों पर प्रधान पद के एक उम्मीदवार के समर्थकों ने 13 अप्रैल को हमला कर दिया था। इस दौरान गोली लगने से अखिलेश सिंह घायल हो गए थे। घटना के दिन गांव में कुछ लोगों ने शिव चर्चा का आयोजन किया था। अखिलेश सिंह अपने समर्थकों के साथ इसमें शामिल होने गए थे। अभी वह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे ही थे कि घात लगाए हमलावरों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी थी। हमलावर जयेश निषाद को ग्रामीणों ने मौके पर ही पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। हत्या के प्रयास के मुकदमे में इस समय वह जेल में है।

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