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रात में भी जितनी सड़क पुरुष की, उतनी ही नारी की

मेरा रंग संस्था के आह्वान पर रविवार की शाम को चेतना तिराहे पर जुटी महिलाएं गरजीं, दिन या रात में जितनी सड़क पुरुष की, उतनी महिलाओं की भी है। रैली निकाल कर महिलाओं ने शहरवासियों को नारी के सम्मान के...

रात में भी जितनी सड़क पुरुष की, उतनी ही नारी की
निज संवाददाता,गोरखपुर Mon, 13 Aug 2018 12:11 AM
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मेरा रंग संस्था के आह्वान पर रविवार की शाम को चेतना तिराहे पर जुटी महिलाएं गरजीं, दिन या रात में जितनी सड़क पुरुष की, उतनी महिलाओं की भी है। रैली निकाल कर महिलाओं ने शहरवासियों को नारी के सम्मान के लिए जागरुक किया। 

मेरा रंग संस्था के आह्वान पर जुटी शहर की महिलाएं गरजीं
 रैली निकाल नारी के सम्मान को किया जागरुक
एक साल पहले देश के 18 शहरों में एक साथ शुरू हुआ था मेरी रात, मेरी सड़क अभियान

शाम को 6 बजे चेतना तिराहे पर ‘मेरी रात, मेरी सड़क’ अभियान के तहत महिलाओं ने हाथों में स्लोगन लिखे बैनर व तख्तियां लेकर चेतना तिराहे से गांधी चौक रैली निकाली। डाल लो आदत डाल लो, अब तो आदत डाल लो, निकलेंगे हम रातों में, यूं पीछा ना किया करो, लड़कों को शिक्षा दो, नारी का सम्मान करें, जितना टैक्स तुम देते हो उतना ही हम देते हैं आदि स्लोगन के माध्यम से लोगों को जागरुक किया गया। अभियान पिछले वर्ष दिल्ली सहित 18 शहरों में 12 अगस्त को रात 9 बजे शुरू किया गया था। सैकड़ों महिलाएं रात 12 बजे तक सड़कों पर घूमते हुए लोगों जागरुक करती रहीं। तबसे कई शहरों में अभियान चलाने के बाद एक साल बाद यह अभियान गोरखपुर पहुंचा है। इस रैली का उद्देश्य महिलाओं को सड़कों पर रात में भी चलने का अधिकार दिलाना है। चंडीगढ़ में आईएएस की बेटी के साथ एक मनबढ़ के कुकृत्य के खिलाफ यह अभियान शुरू किया गया था। 
 संस्था की निदेशिका शालिनी ने रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रशासन महिला सुरक्षा के प्रति सिर्फ कानून बना सकता है। उसका पालन करना हमारा कर्तव्य है। लोगों को जागरूक कर ही घटनाओं को कम किया जा सकता है। डीडीयू गृह विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिव्या रानी सिंह ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास कर रही है। महिलाओं को भी अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहना होगा। आधुनिक युग में नई तकनीकों के माध्यम से अपनी सुरक्षा के तरीके सीखने होंगे। मुश्किल वक्त में अपनी आत्मरक्षा के लिए शारीरिक रूप से सक्षम होना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर के सामने सन्नाटा पसरा रहता है। आए दिन घटनाएं होती रहती हैं। महानगर में कई जगह ऐसे हैं, जहां  घटनाएं होती रहती हैं। इन स्थानों को चिह्नित कर पुलिस की पीआरवी वैन खड़ी होनी चाहिए। 
 संगीता मल्ल ने कहा कि आज के माहौल में हम रात में सड़कों पर नहीं निकल सकते। रात में चारों तरफ अंधेरा पसरा रहता है। किस पर विश्वास किया जाए यह कहना मुश्किल है। हमें हमारी सुरक्षा का अधिकार मिलना चाहिए। क्योंकि बेटियां हैं तो कल है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुषमा सिंह, रंजीता सिंह, संगीता मल्ल, समृद्धि सिन्हा, प्रियंका, नेहा, नीलम सिंह, मंजू, अनीता, अनुष्का, हर्षिता आदि मौजूद रही। 

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