गोरखपुर में अवैध खनन का खेल पट्टा कहीं और का, जेसीबी चल रही काश्तकारों की जमीन पर
गोरखपुर जिला मुख्यालय से सिर्फ आठ किलोमीटर दूरी पर बालू और मिट्टी का अवैध खनन जोरों पर है। खनन विभाग के बालू खनन का पट्टा लेने वाले ठेकेदार नदुआ लालपुर टीकर में कास्तकारों की जमीन पर बैगर उनकी...

गोरखपुर जिला मुख्यालय से सिर्फ आठ किलोमीटर दूरी पर बालू और मिट्टी का अवैध खनन जोरों पर है। खनन विभाग के बालू खनन का पट्टा लेने वाले ठेकेदार नदुआ लालपुर टीकर में कास्तकारों की जमीन पर बैगर उनकी अनुमति के खनन कर रहे हैं। कास्तकारों का आरोप है कि मना करने पर जान-माल की धमकियां भी दे रहे हैं। इस मामले की शिकायत 11 जनवरी को आईजीआरएस पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम की गई जिस पर कार्रवाई उप जिलाधिकारी सदर कार्यालय स्तर पर लंबित है। दूसरी ओर ठेकेदार मनमानी करते हुए पिछले 10 दिन से अवैध खनन कर रहे हैं।
लालपुर टीकर के किसान शैलेष कुमार, नर्वदा प्रसाद, राजेंद्र, बीरेंद्र, धीरेंद्र, कृष्ण मुरारी, संतोष कुमार, राजेश कुमार, तेज प्रताप, गजेंद्र, राजेश, दिनेश, उमेश, रविंद्र कुमार, हिमांशु, चम्पा देवी, श्रीयांस का आरोप है कि लालपुर टीकर में राप्ती नदी के तट के निकट बालू खनन का पट्टा दिया गया है। इसकी जानकारी होने पर खनन विभाग के अधिकारी दल-बल के साथ पट्टा धारकों को दिए गए पट्टे का सीमांकन करने पहुंचे। जानकारी तब हुई जब जनवरी के पहले सप्ताह में जिला खनन अधिकारी सीमांकन के लिए पहुंचे। लेकिन किसानों का पक्ष नहीं सुना गया। उसके बाद 11 जनवरी को आईजीआरएस पर शिकायत की गई। किसानों का आरोप है कि मौजा लालपुर टीकर के मुस्तकील गाटा संख्या 1,2,3,4,5,6,7,8,9,13 का उचित ढंग से सीमांकन कर वहां खनन करने से ठेकेदार को रोका जाए।
2017 में खनन विभाग के साथ धोखाधड़ी करने वाले को दे दिया पट्टा
कास्तकारों ने आरोप लगाया कि रविवार खनन करा रहे मुंशी छोटे लाल ने उन्हें बताया कि सपा नेता ठेकेदार सीताराम यादव, गोरख यादव खनन करा रहे हैं। बालू खनन का पट्टा राकेश चौहान को मिला है। धीरेंद्र ने आरोप लगाया कि 2017 में भी इसी स्थान पर बालू खनन का ठेका इन्हीं लोगों ने दूसरी फर्म के नाम पर लिया था। तब भी किसानों की जमीन से बालू और मिट्टी खोद कर 5 साल का पट्टा और 50 लाख की रायल्टी हड़प कर अदालत की शरण में चले गए। एक बार फिर अधिकारियों से मिलीभगत कर वापस आ गए हैं।
किसी भी हाल में अवैध खनन नहीं करने दिया जाएगा। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
गौरव सिंह सोगरवाल, उप जिलाधिकारी सदर
