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संक्रमण में कम हो रहा सैचुरेशन तो पेट के बल लेटकर लें ऑक्सीजन

गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता केस एक पीपीगंज निवासी 35 साल युवक का ऑक्सीजन लेवल 80...

संक्रमण में कम हो रहा सैचुरेशन तो पेट के बल लेटकर लें ऑक्सीजन
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरTue, 20 Apr 2021 03:35 AM
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गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता

केस एक

पीपीगंज निवासी 35 साल युवक का ऑक्सीजन लेवल 80 के आसपास आ गया था। ऑक्सीजन लेवल गिरता देख उसे पेट के बल लिटाकर ऑक्सीजन देना शुरू किया गया। हर दिन पांच से छह घंटे प्रोन वेंटिलेशन देने के बाद पांचवें दिन उसमें सुधार नजर आया। मरीज स्वस्थ होकर 12 में दिन डिस्चार्ज हो गया।

केस दो

गिरधरगगंज निवासी 50 वर्षीय अधेड़ होम आइसोलेशन में थे। संक्रमण के कारण ऑक्सीजन लेवल 84 तक पहुंच गया। रैपिड रिस्पांस टीम ने दिन में तीन बार भाप लेने व पेट के बल लेटकर सोने की हिदायत दी। इससे तीसरे दिन में रिकवरी होने लगी। अब मरीज निगेटिव आ गया है और ऑक्सीजन लेवल 94 तक पहुंच गया है।

यह दो मामले महज बानगी भर है। कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में प्रोन वेंटिलेशन यानी पेट के बल लिटाकर सोने व ऑक्सीजन देने की तकनीक कारगर साबित हो रही है। इस तकनीक से मरीज के शरीर में ऑक्सीजन लेवल तेजी से बढ़ रहा है।

बीआरडी मेडिकल कालेज के टीबी एंड चेस्ट के विभागाध्यक्ष डॉ. अश्वनी मिश्रा के मुताबिक ज्यादातर कोरोना मरीज एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस) के शिकार हो रहे हैं। फेफड़ों में इंफेक्शन के कारण इसमें फूलने की ताकत नहीं बचती है। फेफड़ों के बाहर एक दीवार जैसा बना जाता है। मरीज सांस नहीं ले पता और ऑक्सीजन लेवल गिर जाता है। ऑक्सीजन की कमी से दूसरे अंग भी कम करना बंद कर देते हैं। पेट के बल लेटने से फेफड़े खुलते हैं। नोजल से ज्यादा ऑक्सीजन जाती है। जब मरीज धीरे-धीरे सांस खींचने लगता है तो फेफड़े सपोर्ट करते हैं।

30 फीसदी तक रिकवरी की संभावना बढ़ी

जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इसे प्रोन वेंटिलेशन तकनीक कहते हैं। यह फेफड़े में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ा देता है। इससे कोरोना के गंभीर मरीजों में 30 फीसदी तक रिकवरी की संभावना बढ़ी है। इसका प्रयोग कोविड की पहली लहर में किया गया था जिसमें सकारात्मक परिणाम मिले थे।

होम आइसोलेशन में कारगर

फिजीशियन डॉ. गौरव पाण्डेय ने बताया कि इस तकनीक से ऑक्सीजन स्तर को होम आइसोलेशन के दौराना भी बढ़ाया जा सकता है। होम आइसोलेशन में इसके साथ भाप लेना कारगर रहता है। गर्म पानी का सेवन और भाप लेने के साथ ही प्रोन वेंटिलेशन से शरीर में ऑक्सीजन का लेवल 10 फीसदी तक फौरन बढ़ जाता है।

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