बाबुओं को जारी आर्म्स पोर्टल का आईडी-पासवर्ड ब्लॉक
आर्म्स पोर्टल पर किसी भी प्रकार से आधिकारिक काम करने के लिए शस्त्र अनुभाग के दोनों बाबुओं को जारी आईडी-पासवर्ड ब्लाक कर दिया गया है। एनआईसी ने नया आईडी-पासवर्ड जारी किया है। अब जांच पूरी होने तक इस...
आर्म्स पोर्टल पर किसी भी प्रकार से आधिकारिक काम करने के लिए शस्त्र अनुभाग के दोनों बाबुओं को जारी आईडी-पासवर्ड ब्लाक कर दिया गया है। एनआईसी ने नया आईडी-पासवर्ड जारी किया है। अब जांच पूरी होने तक इस पोर्टल पर कोई भी बाबू बिना जिलाधिकारी के अनुमति के ऑपरेट नहीं कर सकेगा।
दरअसल, शस्त्र लाइसेंस फर्जीवाड़े में एक शातिर युवक ने लैपटॉप के जरिये आर्म्स पोर्टल को हैक कर कूटरचित तरीके से एक वास्तविक यूआईडी पर तीन ऐसे लोगों के नाम चढ़ा दिए जिनके लाइसेंस जिलाधिकारी कार्यालय से जारी ही नहीं हुए। उसने जिस यूआईडी का इस्तेमाल किया उस पर एक फौजी के नाम गन लाइसेंस जारी हुआ है। इस मामले में कलेक्ट्रेट का एक बाबू भी शामिल है।
जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि आईटी एक्सपर्ट की टीम लगा दी गई है। टीम सभी यूआईडी के प्रिंटआउट निकालकर देखेगी कि कितनी यूआईडी में किस तरह की छेड़छाड़ हुई है।
दो दिन से छुट्टी पर है संदिग्ध बाबू
कुछ महीने पहले शस्त्र अनुभाग से हटाए गए जिस बाबू पर शक की सुई घूमी हुई है वह दो दिन से अवकाश पर है। जिलाधिकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट के ही एक बाबू ने अंदर की चीजें बाहर की हैं। उसे ट्रैक किया गया है। लाइसेंस फर्जीवाड़े का मामला सामने आने के बाद शस्त्र अनुभाग में एक पर्यवेक्षक की तैनाती की गई। अब कोई भी कार्य इन्हीं की देखरेख में होगा।
सभी प्राइवेटकर्मी फरार
रवि गन हाउस संचालक रवि पाण्डेय ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण में जिन चार निजी कर्मचारियों के नाम उगले थे वे सभी फरार हैं।