हास्टल में रुके हैं सैकड़ों छात्र, एक सेनेटाइजर भी उपलब्ध नहीं
कोरोना वायरस को देखते हुये बेसिक से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों में छुट्टी कर दी गई है। यूनिवर्सिटी, इंटर कॉलेज, पॉलिटेक्निक और मदरसों के हजारों छात्र हास्टलों में रहते हैं। छुट्टी होने पर बड़ी संख्या...
कोरोना वायरस को देखते हुये बेसिक से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों में छुट्टी कर दी गई है। यूनिवर्सिटी, इंटर कॉलेज, पॉलिटेक्निक और मदरसों के हजारों छात्र हास्टलों में रहते हैं। छुट्टी होने पर बड़ी संख्या में छात्र घर चले गये हैं तो कुछ अभी भी हॉस्टल में रह रहे हैं। ‘हिन्दुस्तान ने हॉस्टलों की पड़ताल की तो वहां साफ तौर दिखा कि कोरोना से बचाव को लेकर कोई भी उपाय नहीं किए गए हैं। हास्टल प्रबंधन की ओर से किसी भी हॉस्टल में एक भी सैनेटाइजर की व्यवस्था नहीं की गई हैं। तमाम बाहरी छात्र शहर में किराये का कमरा लेकर परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। शहर में जगह-जगह किराये पर कमरा लेकर रहने वाले छात्रों ने मास्क और सैनेटाइजर खरीद कर कोरोना वायरस से बचाव के उपाय कर रहे हैं।
इस्लामियां इंटर कॉलेज हॉस्टल
हॉस्टल प्रबंधन नहीं दिखा गंभीर: मियां साहब इस्लामियां इंटर कॉलेज के हॉस्टल में तकरीबन 150 छात्र रहते हैं। हाईस्कूल और इंटर के छात्र बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद अपने-अपने घरों को लौट गए लेकिन कक्षा 9 और 11 के छात्र परीक्षा की वजह से रुके हुये हैं। वर्तमान में हॉस्टल में लगभग 35 छात्र रुके हुये हैं लेकिन हॉस्टल प्रबंधन की ओर से सैनेटाइजर उपलब्ध नहीं कराया गया है।
बोले छात्र
कोरोना वायरस का डर तो हैं लेकिन परीक्षा की वजह से रुका हुआ हूं। घर से लगातार बात होती रहती है। साफ-सफाई का ध्यान रखता हूं। हॉस्टल में सैनेटाइजर नहीं है।
- महताब अंसारी, छात्र, कक्षा 9, कुशीनगर
कोरोना वायरस को लेकर सजग हूं। खुद से जितना हो सकता है, कर रहा हूं। 17 मार्च को परीक्षा खत्म हो जाएगी। परीक्षा खत्म होते ही मैं भी घर चला जाऊंगा।
- रमजान, छात्र, कक्षा 9, संतकबीरनगर