अस्पताल प्रशासन का दावा, एएनएम और आशा ने फेंकी थीं दवाएं
भर्रोह। हिन्दुस्तान संवाद गोला बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन जीवन रक्षक दवाएं कूड़े...

भर्रोह। हिन्दुस्तान संवाद
गोला बाजार स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन जीवन रक्षक दवाएं कूड़े में फेंकने के मामले में बैकफुट पर आ गया है। आपके अपने समाचार पत्र ‘हिन्दुस्तान में दवाएं कूड़े में फेंके जाने की खबर प्रकाशित होने के बाद सोमवार को दवाएं कूड़े से निकालकर वापस अस्पताल में रख दी गईं और मरीजों को दवा का वितरण भी शुरू कर दिया गया। अब अस्पताल प्रशासन का दावा है कि दवाएं अस्पताल की एएनएम और आशा कार्यकर्त्रियों ने फेंक दी थीं, अब उन्हें तलब कर कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को सीएचसी परिसर में कूड़े में जीवनरक्षक दवाएं फेंकी पाई गई थीं। इनमें गर्भवती व बच्चों को दर्द, बुखार, उल्टी, दस्त में दी जाने वाली दवाओं के अलावा मल्टी विटामिन और फोलिक एसिड भी शामिल था। इन दवाओं की एक्सपायरी डेट छह महीने से लेकर डेढ़ साल बाद तक थी। दवाओं पर सरकारी अस्पताल की आपूर्ति का ठप्पा भी था। आपके अपने समाचार पत्र ‘हिन्दुस्तान ने सोमवार के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर प्रकाशित होने के बाद सोमवार को आनन-फानन में दवाएं कूड़े के ढेर से उठाकर डग स्टोर में ले जाकर काउंटर से वितरण शुरू कर दिया गया।
इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ. योगेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि जो दवाएं अस्पताल की सीढ़ियों पर फेंकी मिली थीं, उन्हें उपयोग में ले लिया गया है। इस संदर्भ में फार्मासिस्ट से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ये दवाएं एएनएम और आशाओं को महिलाओं, बच्चों एवं मरीजों में वितरित करने के लिए दी थीं। इसकी जांच की जा रही है कि दवाएं सीढ़ियों पर कैसे पहुंचीं। इस मामले में जिसकी लापरवाही मिलेगी उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
एएनएम और आशाएं तलब, बैठक आज
सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि मंगलवार को एएनएम और आशाओं की बैठक बुलाई गई है। मीटिंग में यह तय किया जाएगा कि जो भी जीवनरक्षक दवाएं मरीजों में वितरित करने के लिए मिल रही हैं। उन्हें पारदर्शिता के साथ वितरित किया जाय और समय-समय पर इसकी जांच की जाएगी। इसके साथ ही सीएचसी से दी गई दवाओं की भी जांच की जाएगी जिन केंद्रों पर लापरवाही मिली। उसके जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
