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आगरा विश्वविद्यालय से होम्योपैथिक मेडिकल कालेज को मिली मान्यता

पूर्वांचलवासियों के लिए अच्छी खबर है। बड़हलगंज में बन रहे राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में जल्द ही पढ़ाई शुरू हो सकती है। आगरा विश्वविद्यालय ने कालेज को मान्यता देते हुए होम्योपैथिक पढ़ाई शुरू...

आगरा विश्वविद्यालय से होम्योपैथिक मेडिकल कालेज को मिली मान्यता
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 20 Jun 2018 06:02 PM
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पूर्वांचलवासियों के लिए अच्छी खबर है। बड़हलगंज में बन रहे राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज में जल्द ही पढ़ाई शुरू हो सकती है। आगरा विश्वविद्यालय ने कालेज को मान्यता देते हुए होम्योपैथिक पढ़ाई शुरू कराने का निर्देश दिया है। ऐसे मे इसी सत्र से पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद बंध गई है।

बड़हलगंज के खड़ेसरी में बीते एक दशक से होम्योपैथिक मेडिकल कालेज बन रहा है। इसके निर्माण में करीब 90 करोड़ रुपए खर्च हो गए। करीब 10 दिन पहले निर्माणाधीन मेडिकल कालेज के एकेडमिक ब्लॉक, प्रशासनिक ब्लॉक, हॉस्पिटल और सरकारी आवास के भवनों को शनिवार को कार्यदायी संस्था ने हैंडओवर कर दिया।

कार्यदायी संस्था कान्ट्रक्सन एण्ड डिजाइन सर्विसेज उप्र के परियोजना प्रबन्धक पारसनाथ यादव, अभियन्ता विकास यादव ने हॉस्टल, ऑडिटोरियम और मल्टीपरपज हाल को अगले दो महीने में हैंडओवर करने का आश्वासन दिया है।

प्रदेश सरकार ने 60 सीट पर प्रवेश की दी मान्यता

कालेज प्रशासन ने बीएचएमएस की 100 सीटों की मान्यता के लिए प्रदेश सरकार के पास आवेदन किया था। प्रदेश सरकार ने पहले चरण में 60 सीटों पर प्रवेश पर सहमति दी है। अब आगरा के डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से मान्यता मिल गई। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि अब सिर्फ सेंट्रल काउंसिल ऑफ होम्योपैथी से मान्यता लेनी है।

हालांकि आगरा विश्वविद्यालय से मान्यता मिलने के बाद पढ़ाई शुरू करने में कोई बाधा नहीं है। जल्द ही शासन को पत्र भेज दिया जाएगा। जिससे कि इसी सत्र से प्रवेश शुरू हो सके। उन्होंने बताया कि बीएचएमएस कोर्स के लिए कालेज को 24 शिक्षकों की दरकार है। पहले वर्ष में सिर्फ चार विषय ही कोर्स में है। ऐसे में 12 शिक्षकों की फौरन दरकार है। इसकी मांग शासन से की जाएगी।

योगी के सीएम बनने के बाद तेज हुआ निर्माण

कभी हाशिए पर चल रहे इस मेडिकल कालेज के दिन योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद बहुरे हैं। शासन ने कालेज के निर्माण को जल्द पूरा करने और पढ़ाई शुरू करने के लिए धन जारी कर दिया है। चिल्लूपार के तत्कालीन विधायक व होम्योपैथिक चिकित्सा राज्यमंत्री राजेश त्रिपाठी ने वर्ष 2008 में इसकी आधारशीला रखी थी। पिछली सपा सरकार में मेडिकल कालेज के निर्माण की गति काफी धीमी रही।

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